चार दिन बीत जाने के बाद भी दर्ज नहीं फायरिग मामले में प्राथमिकी
समस्तीपुर। थाना क्षेत्र के भटवन पंचायत अंतर्गत बल्हपुर गांव में अपराधियों द्वारा की गई अंधाधुंध फा
समस्तीपुर। थाना क्षेत्र के भटवन पंचायत अंतर्गत बल्हपुर गांव में अपराधियों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिग में जख्मी के परिजनों द्वारा चार दिन बीत जाने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने में आवेदन नहीं दिया गया है। इससे जहां पुलिस असमंजस में हैं, वहीं ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल है। बता दें कि गुरुवार की देर रात पांच -छह की संख्या में हथियारबंद अपराधियों ने बल्हपुर गांव स्थित करेह नदी तटबंध पर पहुंचकर शंभु यादव के घर पर अंधाधुंध फायरिग की थी। फायरिग की आवाज सुनकर घर में सोए शंभू यादव का 23 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार जैसे ही बाहर निकला, तो उसके पेट में एक गोली लग गई। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। परिजनों ने जख्मी हालत में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हसनपुर में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने गंभीर हालत देख बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर कर दिया। मगर परिजन सदर अस्पताल के बजाय बेगूसराय शहर स्थित एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। जहां आज भी जख्मी युवक जीवन मौत से लड़ रहा है। गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस घटना स्थल से करीब सात खोखा भी बरामद की थी। लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होने के कारण अपराधियों की गिरफ्तारी होना संभव नहीं हो रहा है। गोलीबारी की घटना के संबंध में ग्रामीणों में हो रही चर्चा के अनुसार जख्मी युवक का छोटा भाई राजन कुमार कई वर्षों से अवैध शराब के धंधे में लिप्त है। वह कई बार जेल भी जा चुका है। जिस कारण लेनदेन को लेकर गुरुवार की शाम लरझा घाट के निकट राहुल के साथ कुछ अपराधियों के साथ झंझट भी हुई थी। जिसमें अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर देने की धमकी दी गई थी। उस झंझट के महज 6 घंटे बाद ही अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर राहुल को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। जिससे एक बार फिर बल्हपुर गांव के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि राहुल जब शराब के धंधे से अलग था तो अपराधियों से झंझट किस बात के लिए हुई। जबकि इससे दो वर्ष पूर्व भी अपराधियों द्वारा शंभु यादव के घर पर गोलीबारी की घटना का अंजाम दे चुका है। इस संबंध में थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने बताया कि जब तक जख्मी युवक के परिजनों द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जाती है, तब तक घटना के कारणों का पता लगाना संभव नहीं होगा। वैसे पुलिस घटना स्थल से खोखा जब्त कर अपने स्तर से अपराधियों की पहचान करने में जुट गई है। दूसरी ओर जख्मी युवक के परिजनों का कहना है कि राहुल अभी जीवन- मौत से लड़ रहा है। जब तक होश में नहीं आ जाता है, तब तक उसका बयान लेना मुश्किल हो रहा है। उसके होश में आते ही सही जानकारी प्राप्त कर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।