भीषण हादसे में पिता-पुत्र की गई जान, उजड़ा परिवार
मंगलवार की सुबह एनएच-31 स्थित कोसी पुल पर हादसे में एक साथ पिता-पुत्र की हुई मौत से एक ओर जहां पूरा परिवार ही उजड़ गया वहीं छोटी लाडली के हाथ पीले करने का सपना भी शिवजी महतो एवं उसके पुत्र नंद लाल महतो के साथ ही दफन हो गया।
समस्तीपुर । मंगलवार की सुबह एनएच-31 स्थित कोसी पुल पर हादसे में एक साथ पिता-पुत्र की हुई मौत से एक ओर जहां पूरा परिवार ही उजड़ गया, वहीं छोटी लाडली के हाथ पीले करने का सपना भी शिवजी महतो एवं उसके पुत्र नंद लाल महतो के साथ ही दफन हो गया। परिवार के मुखिया के संग-संग दोनों कमाऊ व्यक्ति की हुई मौत ने पूरे परिवार को झकझोड़ कर रख दिया है। सूचना मिलते ही शिवजी महतो की पत्नी बबीता देवी की चीत्कार निकल पड़ी और देखते ही देखते वह बेहोश हो गई। स्थानीय स्वजनों द्वारा उसे होश में लाने का प्रयास किया गया, लेकिन स्थिति बिगड़ते देख लोगों ने निजी क्लिनिक में भर्ती करा दिया। वहीं बड़ी बहु नंद लाल महतो की पत्नी सीमा देवी की चित्कार रूकने का नाम नहीं ले रहा था। तीन वर्ष के पुत्र के साथ गर्भवती सीमा पति की खोने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। रूक-रूक कर वह भी बेहोशी की स्थिति में पहुंच रही है। स्थानीय चिकित्सकों द्वारा इलाज जारी है। मृतक शिवजी के छोटे पुत्र राजू कुमार अपने पिता के शव को लेने स्वजनों के साथ कटिहार पहुंच चुका है। पिता और भाई के एक साथ हुई मौत से अनाथ की तरह सूखी आंखों से केवल लोगों को निहारता दिख रहा था। दो पुत्रियों में से बड़ी पुत्री की शादी शिवजी महतो द्वारा की जा चुकी थी। छोटी और अति दुलारी चांदनी की शादी धूमधाम से करने का मन बनाए अच्छे लड़के की तलाश में थे। लेकिन, विधि का विधान कुछ और ही था। परिवार के लोग खुशी की सूचना मिलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन मंगलवार की सुबह ही सूचना मिलते ही स्वजनों की खुशी काफूर हो गई। परिवार के साथ-साथ संपूर्ण रोसड़ा में गम की काली चादर स्पष्ट दिखाई देने लगी थी।