आज भी लागू नहीं है शत-प्रतिशत संविधान
दलसिंहसराय में कारोबारी चमन लाल साह कहते हैं कि संविधान का निर्माण उस समय की परिस्थिति सामाजिक संरचना एवं अन्य चीजों को देखकर किया गया था। लेकिन आज वह भी पूरी तरह से लागू नहीं है। आज भी लोग अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं।
समस्तीपुर । दलसिंहसराय में कारोबारी चमन लाल साह कहते हैं कि संविधान का निर्माण उस समय की परिस्थिति, सामाजिक संरचना एवं अन्य चीजों को देखकर किया गया था। लेकिन, आज वह भी पूरी तरह से लागू नहीं है। आज भी लोग अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं। गणतंत्र संविधान को परिभाषित करता है। बचपन में हम देखते थे कि गणतंत्र दिवस के दिन गजब का उत्साह रहता था। बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी में नई ऊर्जा का संचार होता था। लेकिन, अब ऐसा नहीं दिखता है। उत्साह में कमी आई है। इसका सीधा मतलब है कि आज के लोग गणतंत्र दिवस को उस रूप में नहीं देख रहे हैं। हालांकि, युवाओं में देशभक्ति की भावना पहले से कहीं अधिक ज्यादा हुई है।