ग्यारह साल के आदित्य ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया अपना नाम
जिनके दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो सफलता उनके कदमों को एक दिन अवश्य चूमती है। ऐसा ही कर दिखाया 11 साल के बच्चे ने । जिसने अपने जुनून से इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करवा लिया।
-- 10 मिनट 23 सेकेंड में इंगलिश की 181 लोकोक्तियां सुनाकर रचा इतिहास
समस्तीपुर । जिनके दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो सफलता उनके कदमों को एक दिन अवश्य चूमती है। ऐसा ही कर दिखाया 11 साल के बच्चे ने । जिसने अपने जुनून से इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करवा लिया। हसनपुर के पटसा गांव स्थित ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रहे आदित्य के मामा रमेश कुमार झा ने बताया कि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाने वाला यह नन्हा बालक 10 मिनट 23 सेकेंड में इंग्लिश की 181 लोकोक्तियां सुनाकर इतिहास रच दिया। उन्होंने बताया कि आदित्य के अंदर की इस प्रतिभा को पहचानकर उसे सही आकार देने का काम उसकी मां गौरी कुमारी ने की। वहीं आदित्य ने बताया कि उसमें कुछ कर गुजरने का जज्बा तब पैदा हुआ जब उसने अपनी छोटी ममेरी बहन अन्वीक्षा भारद्वाज के द्वारा रिकॉर्ड बनाने पर उसे दिल्ली में सम्मानित होते हुए देखा। आदित्य के पिता ललन कुमार शर्मा का मानना है कि प्रत्येक बच्चे में एक अनोखी प्रतिभा छिपी होती है। जिसे पहचानकर निखारने का काम माता-पिता एवं गुरू का होता है। पटसा के एक निजी विद्यालय में पढ़ने वाले आदित्य शर्मा ने यह योग्यता महज 11 वर्ष, 5 महीने एवं 16 दिन की आयु में हासिल की है। आदित्य की इस उपलब्धि पर उसके मामा प्रोफेसर महानंद झा ने पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रुपये एवं नाना धर्मनाथ झा ने 21 सौ रुपये से पुरुस्कृत किया। बालक की इस उपलब्धि पर पंचायत के पूर्व मुखिया राम किशोर राय, मनीकान्त झा, मणीन्द्र शर्मा, सरपंच मुरारी झा, रोशन राय, गोपाल झा, ज्ञानचंद्र झा, वरुण राय, विनोद मिश्र, अनामिका भारद्वाज आदि ने बधाई देते हुए बालक की उज्ज्वल भविष्य की कामना की।