पहली से पांचवीं तक के विद्यालय खुले, बच्चों के आने से हुआ गुलजार
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से बंद प्राथमिक स्तर के सरकारी व निजी स्कूलों में
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से बंद प्राथमिक स्तर के सरकारी व निजी स्कूलों में सोमवार से कक्षा पहली से पांचवीं तक में शिक्षण कार्य शुरू हुआ। हर जगह सैनिटाइजेशन कराने के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश कराया गया। शहर से सटे लगनुयिा सूर्यकंठ स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पहले दिन भव्य व्यवस्था की गई थी। विद्यालय में रंग-बिरंगे गुब्बारे लगाए गए थे। यहां पर खास अंदाज में बच्चों का स्वागत व अभिनंदन किया गया। प्राचार्य सौरभ कुमार ने खास अंदाज में बच्चों का स्वागत व अभिनंदन किया। बच्चों का हौसला आफजाई करते हुए कोरोना के प्रति उनके डर को खत्म करने की कोशिश की। पूरे विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ-साथ परिसर को सैनिटाइज्ड भी कराया गया था। परिसर में सभी ने मास्क लगाने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन किया। बच्चों में जागरूकता के लिए मास्क व सैनिटाइजर का मॉडल बनाकर लगाया गया था। कोरोना महामारी के चलने बंद स्कूल सोमवार को पूरी एहतियात के साथ खुले। थर्मल स्कैनिग, मास्क, शारीरिक दूरी और सैनिटाइज समेत गाइडलाइन का पूरा पालन किया गया। कोविड प्रोटोकॉल के साथ बैठाए गए बच्चे
विद्यालयों में बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक बैठाया गया। बच्चों की विद्यालय गेट पर थर्मल जांच हुई, हैंड सैनिटाइजेशन किया गया। बच्चे जब कक्षा में पहुंचे तो उनको दो गज की दूरी के हिसाब से बैठाया गया। बच्चों को संक्रमण न हो, उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े इसके लिए विद्यालय प्रबंधन ने स्कूलों की साफ-सफाई कराई। सिर्फ 50 प्रतिशत बच्चे बुलाने का निर्देश
कक्षाओं में केवल 50 प्रतिशत बच्चे ही बैठाए गए। प्रशासन ने बच्चों को बुलवाने का दिन भी निर्धारित किया है। छात्र-छात्राओं को विद्यालय में प्रवेश देने के लिए पहले माता पिता व अभिभावकों की सहमति भी ली जा रही है। बच्चों को मास्क लगा स्कूल आने, किसी अन्य साथी की कोई वस्तु का प्रयोग न करने व छूने, भोजन व पानी भी एक दूसरे से शेयर नहीं करने की भी बात कही गई।