प्रधान सचिव के निरीक्षण में सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड केंद्र से गायब मिले चिकित्सक
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड सामान्य वार्ड व्यवस्था से अवगत हुए। मरीजों के परिजनों से भी बात की। फीडबैक लिया।
समस्तीपुर । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, सामान्य वार्ड व्यवस्था से अवगत हुए। मरीजों के परिजनों से भी बात की। फीडबैक लिया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। प्रधान सचिव ने परिजनों से फीडबैक प्राप्त करने पर कई तरह की जानकारी ली। कहा सदर अस्पताल में काफी सुधार हुए हैं। कुछ कमी है जिससे जल्द ही सुधार लिया जाए। निरीक्षण को लेकर अस्पताल परिसर में हड़कंप का माहौल रहा। ओपीडी में निरीक्षण के दौरान डेंटल वार्ड में साफ-सफाई का अभाव दिखा। इस पर नाराजगी व्यक्त की गई। पैथोलॉजी केंद्र में सभी मशीनों के बारे में जानकारी ली। मरीज की जांच को लेकर बनाए गए रिकार्ड की भी जांच की। इसमें सेमी एनालाइजर में गड़बड़ी को दूर करने का निर्देश दिया। वहीं अल्ट्रासाउंड केंद्र में चिकित्सक के उपस्थित नहीं रहने पर भी नाराजगी जताई। हालांकि, यहां पर सभी तरह की रिपोर्ट व व्यवस्था सही दिखी। इससे पूर्व उजियारपुर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सलेमपुर का भी स्वास्थ्य सचिव ने जायजा लिया था। यहां की बेहतर व्यवस्था को देखने के बाद डिलेवरी शुरू कराने को कहा। मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सह स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह, आयुष्मान भारत के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, मुख्य सचिव अनिल कुमार, केयर इंडिया के डॉ. हेमंत साह, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता, उपाधीक्षक डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही आदि उपस्थित रहे।
प्रधान सचिव ने किया मेडिकल कॉलेज के निर्माण का निरीक्षण
मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार की दोपहर सरायरंजन प्रखंड के नरघोघी में चल रहे श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रधान सचिव ने कॉलेज निर्माण के प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्माण कार्य में मानव बल की संख्या बढ़ाने, निर्माण सामग्रियों की गुणवत्ता का ध्यान रखने एवं तय समय के अंदर कॉलेज के निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास का एक वर्ष पूरा होने को है। एक वर्ष के अंदर 35 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए था, जो नहीं हुआ है। इसके लिए प्रधान सचिव ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मियों को फटकार भी लगाई।