Move to Jagran APP

देवी मां पट खुला, जुटे श्रद्धालु

समस्तीपुर। शारदीय नवरात्र के सातवें दिन माता का पट खुलते ही मां का दर्शन करने के लिए श्रद्धाल

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 12:08 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 05:05 AM (IST)
देवी मां पट खुला, जुटे श्रद्धालु
देवी मां पट खुला, जुटे श्रद्धालु

समस्तीपुर। शारदीय नवरात्र के सातवें दिन माता का पट खुलते ही मां का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पूजा पंडालों में जुटने लगे। माता के जयकारे से पूजा पंडाल गुंजने लगा। पिछले सात दिनों से चल रहे नवरात्रा से पूरे जिले में भक्ति का माहौल बना हुआ है। हालांकि कोरोना एवं चुनाव को लेकर इस बार बहुत ज्यादा ताम झाम के साथ पूजा अर्चना नहीं की जा रही है, बावजूद श्रद्धालुओं में उत्साह की कोई कमी नहीं है। या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरुपेण संस्थिता के मंत्रोच्चार से पूजा पंडाल गुंज रहे है। वहीं शाम में- जगदंबा घर में दियरा बाइर अइली हे, जगतारण घर में.. गीत के साथ श्रद्धालु महिलाएं एवं बच्चियां पूजा पंडालों एवं माता के मंदिरों में दीप जलाकर उनकी पूजा अर्चना कर रहे हैं। सुबह से ही मां दुर्गा का पूजन शुरू हो जाता है तो देर शाम तक चलते रहता है। हालांकि कोरोना को लेकर पूजा के दौरान फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन पूजा कमेटी के सदस्यों के द्वारा कराया जा रहा है। मास्क पहनकर ही पूजा मंदिरों में प्रवेश दी जा रही है। शुक्रवार को माता का पट खुलते ही श्रद्धालु महिलाएं माता का खोईंछा भरकर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया। कही भी भीड़ जमा नहीं हो, इसको लेकर प्रशासन के साथ-साथ पूजा कमेटी के सदस्य भी जुटे हुए हैं। शहर के बस स्टैंड, स्टेडियम मार्केट, ताजपुर रोड स्थित महादेव स्थान, मगरदहीघाट, बारह पत्थर, मोहनपुर, हरपुर एलौथ, बहादुरपुर, कृष्णा टाकिज समेत दर्जनों स्थानों पर माता की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित की गई है। माता का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

prime article banner

वैनी में भी श्रद्धालुओं ने भरी मां का खोईछा

पूसारोड,संस: शुक्रवार को महासप्तमी के दिन क्षेत्र में स्थापित दुर्गा मंदिरों में आदि शक्ति दुर्गा देवी का पट आम लोगों के लिए खुल गया। माता का पट खुलते ही दर्शन के लिए भक्त एवं श्रद्धालुओं के मंदिर परिसर में आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। खोईंछा भरने के लिए महिलाएं जुटने लगी हैं। माता के दरबार में सिर झुका कर भक्त सुख, समृद्धि की कामना कर रहे हैं। साथ ही कोरोना संकट से उबारने का भी गुहार लगा रहे हैं। शुक्रवार को दुर्गा देवी के सप्तम् स्वरुप माता काल रात्रि की पूजा अर्चना की गई। आचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पत्रिका प्रवेश कराया। रात्रि में महनिशा पूजा की गई। माता के लिए छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। प्राय: प्रत्येक घरों से व्यंजनों की थाल सजाकर दुर्गा मंदिर में भोग के लिए अर्पित किया गया। महासप्तमी की संध्या आरती में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई।

कल्याणपुर में भी मां का दर्शन करने के लिए पहुंचे श्रद्धालु

कल्याणपुर,संस : दुर्गा पूजा स्थलों पर श्रद्धालुओं ने नवरात्रा की सप्तमी और अष्टमी को लेकर माता कात्यायनी और महागौरी की पूजा अर्चना विधि-विधान से की गई। शुक्रवार को पट खुलते हीं कल्याणपुर चौक स्थित दुर्गा मंदिर पर सुबह से शाम तक गांव घरों के महिला श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में जाकर पूजा अर्चना कर खोईछा भरी। वैदिक पंडित टूना झा के पाठ से पूरा क्षेत्र भक्तिमय बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर धरमपुर दुर्गा मंदिर, मधुरापुर, बासुदेवपुर, चकमेहसी, जटमलपुर, मिर्जापुर, रामभद्रपुर आदि दुर्गा मंदिरों के भी पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गांव घर में भी किए जा रहे दुर्गा पाठ को लेकर पूरा प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय बना हुआ है। कन्याएं दुर्गा मंदिरों में दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना कर रही हैं। हसनपुर,संस : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में शारदीय नवरात्र के सातवें दिन शुक्रवार को भक्तों ने मां भगवती के सातवें रूप मां कालरात्रि की श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना की। बताया गया है कि बाजार के रेलवे परिसर स्थित दुर्गा मंदिर, मल्हीपुर रोड स्थित नवयुवक पुस्तकालय मंदिर के अलावा हसनपुर गांव, आतापुर, पटसा, दुधपुरा, नयानगर, सकरपुरा, रामपुर, शासन, मेदो चौक, गोहा चौक आदि मंदिरों में मातृ भक्तों ने अहले सुबह पवित्र स्नान कर मां भगवती के सातवें रूप का वैदिक मंत्रोच्चार कर श्रद्धा के साथ पूजन किया। वहीं लगातार नौ दिनों तक जलाहार पर रहने का संकल्प लेकर तांत्रिक विधि से नवरात्र व्रत पर बैठे मातृ उद्बोधन आश्रम यारपुर पटना के बाबा बलराम सिंह के शिष्य नर्मदेश्वर झा, डॉ रामकुमार यादव, रामाश्रय यादव, अरविद यादव, मिटू कुमार, नंदन यादव, रामदयाल सिंह, चंद्रशेखर साहु, बद्री चौपाल, रामप्रीत ठाकुर, हरेकृष्ण यादव आदि ने सातवें दिन दुर्गा सप्तशती के 12 वें अध्याय का सभी श्लोक पाठ कर हवन के साथ मां के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा की। इस संबंध में डॉ रामकुमार यादव ने बताया कि मान्यता के अनुसार नवरात्रि के सप्तमी तिथि में मां कालरात्रि की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां कालरात्रि साधक के शत्रुओं का विनाश करने वाली हैं और हर परेशानी से भक्तों की रक्षा करती हैं। तंत्र साधकों के लिए मां कालरात्रि की पूजा विशेष फल देने वाली होती है। यही वजह है कि तांत्रिक आधी रात में मां कालरात्रि की विशेष पूजा किया करते हैं।

मोरवा के सती स्थान में होती है पांच कलश के साथ तांत्रिक पूजा

मोरवा,संस : शारदीय नवरात्र के सातवें दिन महाकाल रात्रि की पूजा की गई। गुरुवार की सारी रात भगवती के प्रिय अत्यंत पावन बिल्व वृक्ष की पूजा के साथ बेल निमंत्रण की रस्म अदायगी की गई। इसके साथ ही हैं महानिशा पूजा भी हुई। मनोकामना सिद्ध शक्तिपीठ के नाम से विख्यात जमुआरी नदी किनारे श्मशान घाट स्थित सती स्थान में सर्वाधिक पांच कलशों के साथ तांत्रिक पूजा की जाती है। भगवती के वाहन सिंह सहित समस्त अस्त्र-शस्त्र, चौसठ योगिनियां एवं समस्त गणों की तांत्रिक पूजा की जाती है। मुख्य पुजारी अनिल कुमार ठाकुर, यजमान कन्हैया ठाकुर, व्यवस्थापक नवीन कुमार ठाकुर, सीताराम ठाकुर, केशव कुमार ठाकुर, संजय कुमार ठाकुर, जगदेव ठाकुर,धनंजय कुमार ठाकुर, सुमित कुमार ठाकुर, बमबम ठाकुर आदि भक्ति भाव से सहयोग कर रहे हैं।

मैया का पट खुलते ही दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

रोसड़ा,संस: मां कालरात्रि की पूजा अर्चना के साथ नेत्र पट खुलते ही मंदिरों और पूजा पंडालों में माता के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जय माता दी के जयकारों के साथ महिला श्रद्धालुओं द्वारा खोईंछा भरना भी शुरू हो गया है। शहर में बड़ी मैया का पट खुलने के पश्चात धीरे धीरे अन्य मंदिर और पंडालों में भी माता का पट खुलने लगा। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। शहर के बड़ी दुर्गा स्थान में दर्जनों स्व्यंसेवक के साथ-साथ पुलिस जवान भी कोविड-19 के नियमों का अनुपालन कराने को लगातार सक्रिय हैं। इसके अलावा मनोकामना मंदिर, नपं परिसर स्थित दुर्गा स्थान, गुदरी बाजार स्थित देवी मंदिर, लक्ष्मीपुर पुरानी दुर्गा स्थान, लक्ष्मीपुर (बीआरसी ) स्थित दुर्गा मंदिर, महादेव मठ, मां थानेश्वरी मंदिर, भरत दास मंदिर, रजिस्ट्री ऑफिस स्थित दुर्गा स्थान, स्टेशन रोड, पांचूपुर, लोहियानगर, दामोदरपुर, ढ़रहा, थतिया, मिर्जापुर, भिरहा, पवड़ा, सोनूपुर, मुरादपुर, बलुआहा आदि स्थलों पर भी शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा का पट खुलते ही पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई। शिवाजीनगर में भी मां की धूमधाम से हो रही पूजा

शिवाजीनगर,संस : मां दुर्गा के सातवें रुप मां कालरात्रि की पूजा अर्चना एवं खोईंछा भरने के लिए महिला श्रद्धालु फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ शुक्रवार को कतार में खडे रहे। इस अवसर पर प्रखंड के शिवाजीनगर, बाघोपुर, हबका,बल्लीपुर, बेला चौक, लक्षमीनीयां, सीमावर्ती क्षेत्र बघौनी, जानकीनगर, शांति चौक घिवाही, बंदा चौक, दसौत सहित अन्य स्थानों पर पंडालों, दुर्गा मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। दुर्गा पूजा समिति बघौनी के सदस्य राम बालक मंडल, गणेश मंडल, जीतेंद्र नारायण सिंह, नुनू प्रसाद सिंह, शिव नंदन सिंह आदि का सराहनीय योगदान रहा। बेला दुर्गा पूजा समिति के राम करण मंडल, राम सगुण मंडल, विपिन बिहारी, बिजय कुमार, रंजीत कुमार सिंह आदि का सहयोग दिया जा रहा है। हिदू मुस्लिम का प्रतीक है। हबका का दुर्गा पूजा प्रखंड के भटोरा पंचायत स्थित ग्राम हबका दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष बैजनाथ पंडित ने बताया है कि हम लोग विगत 3 वर्षों से मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर पूजा करते आ रहे हैं। वहीं इस पूजा में मेन कलसी बबलू साह हैं। पूरे ग्रामीणों के सहयोग से दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है।

----------------------

चैतन्य देवी स्वरूपा राजयोगिनी का हुआ सम्मान

फोटो : 23 एसएएम 27

रोसड़ा,संस: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र में शुक्रवार को ऑनलाइन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे चैतन्य देवी स्वरूपा राजयोगिनी रानी दीदी को सम्मान किया गया। सेवा केंद्र प्रभारी कुंदन बहन ने पूरी विधि विधान से दीदी को सम्मानित करते हुए पूजा अर्चना तथा आरती उतारी। वही ऑनलाइन दीदी का संदेश सुना। सेवा केंद्र पर काफी संख्या में सदस्यगण उपस्थित हुए। दीदी ने सभी को अपने अंदर सकारात्मक सोच को मजबूत करने के साथ-साथ बुराइयों को त्याग कर शांति की राह पकड़ने की सलाह दी। दुर्गा सप्तमी के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में सेवा केंद्र से जुड़े सदस्यों के अलावा क्षेत्र के कई गणमान्य महिला पुरुष शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.