शहर में नकली तेल, क्रीम, स्नो-पाउडर की खपत, इस्तेमाल कहीं बिगाड़ न दे सूरत
अगर आप नामी-गिरामी कंपनियों के ब्यूटी प्रोडक्ट लगाकर चेहरे की चमक-दमक बढ़ाना चाहते। हेयर ऑयल से बाल को लंबे काले और सुनहरा बनाने के सपने देख रहे। टॉयलेट क्लीनर से बाथरूम को चकाचक देखना चाहते तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि इनका इस्तेमाल उल्टा पड़ जाए।
समस्तीपुर । अगर आप नामी-गिरामी कंपनियों के ब्यूटी प्रोडक्ट लगाकर चेहरे की चमक-दमक बढ़ाना चाहते। हेयर ऑयल से बाल को लंबे, काले और सुनहरा बनाने के सपने देख रहे। टॉयलेट क्लीनर से बाथरूम को चकाचक देखना चाहते तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि इनका इस्तेमाल उल्टा पड़ जाए। क्योंकि, शहर में इन ब्रांडेड कंपनियों के नाम से नकली प्रोडक्ट बनाए जा रहे। शहर के विभिन्न इलाकों में न सिर्फ धड़ल्ले से इनका निर्माण हो रहा, बल्कि उन्हें खपाया भी जा रहा। आए दिन पुलिस ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली प्रोडक्ट बनानेवाली कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी कर उपकरण के साथ उत्पाद बरामद कर रही। इसमें पूरा गिरोह कार्य कर रहा।
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नकली हेयर ऑयल कंपनी का भंडाफोड़
शनिवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धुरलख स्थित एक आवासीय परिसर से पुलिस ने नकली हेयर ऑयल की मिनी फैक्टरी का भंडोफोड़ किया। वहां से काफी मात्रा में तेल के साथ उपकरण को जब्त किया गया था। मौके से ऑयल के डिब्बे, रेपर, पैकिग मशीन, डिब्बे का ढक्कन, सील मशीन, परफ्यूम आदि बरामद किए गए। यह धंधा लंबे से चल रहा था। जिले में इसकी अच्छी खासी सप्लाई भी की जा रही थी। जब कंपनी को इसकी शिकायत मिली तो कोलकाता से आए उसके प्रतिनिधियों ने पुलिस से संपर्क किया। तब पुलिस ने धुरलख निवासी वृज कुमार के आवासीय परिसर में छापेमारी कर नकली फैक्टरी का पर्दाफाश किया। इस दौरान दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया। बताया गया कि वहां 50 हजार से लेकर एक लाख तक का कारोबार हो रहा था।
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ब्यूटी क्रीम के नाम पर नकली उत्पाद
गिरोह में शामिल लोग नकली कॉस्मेटिक भी बना रहे। इसके ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर क्रीम, नील और स्नो-पाउडर भी शामिल है। रविवार को नगर थाने के गुदरी इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने नकली क्रीम बरामद किया। मौके से नील और टॉयलेट क्लीनर भी जब्त किया गया। बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि नकली उत्पादों का शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में ज्यादा खपत होती है। वहां इनकी पहचान नहीं हो पाती। आसानी से बिक जाते हैं। लोग प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा पड़ताल न कर पैकेट देखकर सामान खरीद लेते हैं। ये रेट में फ्लेक्सबल होते हैं, इसलिए इन्हें बेचना आसान होता है।
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दीपावली के समय बरामद हुआ था नकली पेंट
दीपावली के समय नकली और मिलावटी उत्पाद का धंधा जोरों पर रहता है। इसी साल दशहरे के बाद ब्रांडेड कंपनी के नाम पर बिकनेवाले पेंट का भंडाफोड़ किया गया था। वहां से काफी मात्रा में पेंट के बकेट बरामद किए गए। नकली पटाखों की तो खूब बिक्री हुई। बाकी मिलावटी मिठाई का धंधा तो हर साल का है। हर बार छापेमारी होती है, पकड़े भी जाते हैं, लेकिन धंधा खत्म नहीं होता।
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वर्जन
विभिन्न ब्रांडों की कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा शिकायत मिलने पर छापेमारी की जा रही। वहां से नकली उत्पाद को जब्त किया जा रहा। मामले में एक गिरफ्तारी भी हुई है।
विक्रम आचार्या
थानाध्यक्ष, मुफस्सिल थाना
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