प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की ड्यूटी पर सिविल सर्जन की रहेगी नजर
समस्तीपुर। अब स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारियों को आवंटित ड्यूटी एवं उनके द्वारा किए गए कार्य का दैनिक प्रतिवेदन पर सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र की पैनी नजर रहेगी।
समस्तीपुर। अब स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारियों को आवंटित ड्यूटी एवं उनके द्वारा किए गए कार्य का दैनिक प्रतिवेदन पर सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र की पैनी नजर रहेगी। सीएस ने सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल पटोरी, दलसिंहसराय, रोसड़ा एवं पूसा के उपाधीक्षक, जननायक कर्पूरी ठाकुर रेफरल अस्पताल ताजपुर और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आदेश जारी किया है। सभी को अपने-अपने अधीनस्थ चिकित्सा पदाधिकारियों के कार्य का ब्योरा देने को कहा है। इसमें संबंधित तिथि को ओपीडी एवं इमरजेंसी में जिन चिकित्सक की ड्यूटी आवंटित है उनका नाम प्रत्येक दिन सुबह 11 बजे तक ई-मेल करने को कहा गया है। इसके अलावा संबंधित तिथि को चिकित्सक के द्वारा किए गए कार्य यथा ओपीडी, इमरजेंसी, बंध्याकरण ऑपरेशन आदि से संबंधित प्रतिवेदन साक्ष्य के साथ प्रत्येक दिन संध्या 4 बजे तक देने को कहा है। इसमें ओपीडी रजिस्टर, इमरजेंसी रजिस्टर इत्यादि के उक्त तिथि के पृष्ठ का भी स्कैन कराकर भेजने को कहा है। निरीक्षण में गड़बड़ी मिलने पर सीएस सख्त
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्रों का नियमित निरीक्षण नहीं करने पर सीएस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। सीएस ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से अग्रिम भ्रमण कार्यक्रम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सीएस द्वारा क्षेत्र भ्रमण के क्रम में पाया गया कि सभी प्रभारी अपने अधीनस्थ स्वास्थ्य उपकेंद्रों का नियमित निरीक्षण नहीं किया जाता है। जिसके कारण स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था में कमी पाई गई है। यह अत्यंत ही खेद का विषय है। इसको लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्रों के सुचारु रूप से संचालन का जिम्मा सौंप दिया है। इसमें सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को नियमित रूप से अपने अधीनस्थ सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने, 1 जनवरी से अब तक स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निरीक्षण का रिपोर्ट और स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निरीक्षण हेतु मासिक अग्रिम भ्रमण कार्यक्रम उपलब्ध कराने को कहा गया है। मई का अग्रिम कार्यक्रम 25 अप्रैल तक देने को कहा गया है।