मुख्य सचिव का आदेश भी बेअसर
विभागीय आदेश को धत्ता बताते हुए वारिसनगर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर पितौझिया की प्रधानाध्यापिका ने प्राथमिक विद्यालय रामनगर उर्दू को शिफ्ट करने आए छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बैरंग वापस कर दिया गया।
समस्तीपुर । विभागीय आदेश को धत्ता बताते हुए वारिसनगर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर पितौझिया की प्रधानाध्यापिका ने प्राथमिक विद्यालय रामनगर उर्दू को शिफ्ट करने आए छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बैरंग वापस कर दिया गया। इतना ही नहीं, इस आशय का आदेश का पत्र सीआरसीसी, बीआरपी और बीईओ द्वारा देने पर उसे लेने से भी इन्कार कर दिया। जबकि प्राथमिक विद्यालय रामनगर उर्दू के जर्जर छत की हालत यह है कि यह कभी भी धराशायी हो सकती है। कभी भी अनहोनी हो सकती है।
बता दें कि यह विद्यालय एक निजी आवास के दो कमरे में वर्षो से चल रहा है। वर्तमान में इस विद्यालय के दोनों कमरे की छत जर्जर होकर कई जगहों से टूटकर गिर रही है। हल्की वर्षा होने पर भी छत से पानी टपकते रहता है। इधर बिहार के मुख्य सचिव ने दिनांक 10 जुलाई 2019 को पत्रांक - एआईई/ईएफई/108/2013, 14/4577 के द्वारा मूलभूत सुविधाविहीन, जीर्ण-शीर्ण विद्यालय जहां सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है, को नजदीक के विद्यालय में शिफ्ट करने का आदेश दिया है। इसके आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रा.शि. एवं सर्व शिक्षा अभियान ने 15 जुलाई 2019 के पत्रांक 798 के द्वारा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उक्त आदेश का अनुपालन करने को कहा है। प्राथमिक विद्यालय रामनगर उर्दू की जर्जर स्थिति को देखते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने इस विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर पितौझिया में शिफ्ट करने का आदेश निर्गत किया। इस पत्र को लेकर जब सीआरसीसी जगजीवन पासवान प्रा.वि. अकबरपुर पितौझिया गए तो प्रधानाध्यापिका सुनीता कुमारी ने पत्र लेने से हीं इन्कार कर दिया। वहीं फिर वरीय साधनसेवी चन्द्रभूषण ठाकुर के जाने पर भी इन्कार कर दिया तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी स्वयं दो बार विद्यालय पर पहुंचकर पत्र लेने का आदेश दिए। बावजूद एचएम ने हठधर्मिता दिखाते हुए पत्र लेने से इन्कार कर दिया और ग्रामीणों को बुलाने की बातें कहने लगीं। एक दिन पूर्व भी सीआरसीसी प्राथमिक विद्यालय रामनगर उर्दू के प्रधानाध्यापक एजाज अहमद और वहां के छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय पहुंचे तो प्रधानाध्यापिका ने ग्रामीणों को बुलवाकर सभी को बैरंग वापस कर दिया। बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर पितौझिया में 6 कमरा और एक ऑफिस मौजूद है। यहां नामांकित 165 छात्रों में अमूमन उपस्थिति 60-70 के बीच रहती है।