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सीमित संसाधनों के बीच यातायात के नियमों का पालन करना चुनौती

जिले में यातायात नियमों की अनुपालन व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। यातायात नियमों के अनुपालन कराने की जिम्मेवारी उन कंधों पर डाल दी गई है तो खुद यातायात नियमों से अनजान हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 12:04 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 12:04 AM (IST)
सीमित संसाधनों के बीच यातायात के नियमों का पालन करना चुनौती
सीमित संसाधनों के बीच यातायात के नियमों का पालन करना चुनौती

समस्तीपुर । जिले में यातायात नियमों की अनुपालन व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। यातायात नियमों के अनुपालन कराने की जिम्मेवारी उन कंधों पर डाल दी गई है तो खुद यातायात नियमों से अनजान हैं। शहर के व्यस्ततम इलाके में होमगार्ड के जवान एवं पुलिस ट्रैफिक नियमों का पालन कराने की मशक्कत करते दिखते हैं। सीटी बजाकर व्यवस्था को पटरी पर लाने की मशक्कत करते-करते जब भी मौका मिलता है वे अपनी जेब गरम करने में कोई कोताही नहीं बरतते हैं। जिले में जिस प्रकार यातायात को नियंत्रण के लिए व्यवस्था की गई है वह केवल खानापूर्ति साबित हो रहा है। एक जमादार, बीस होमगार्ड व महिला पुलिस के जवानों के कंधे पर यातायात को सुचारू रखने की जिम्मेदारी है। परिवहन विभाग का कार्यालय नवनिर्मित भवन में संचालित हो रहा है। यहां संसाधनों की कमी नहीं है। अधिकारी व कर्मी भी है। एक छत के नीचे हर प्रकार के कार्यों का निष्पादन होता है

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वन वे ट्रैफिक का पालन नहीं यातायात नियमों के अनुपालन एवं शहर की जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए वन वे ट्रैफिक के साथ साथ नो इंट्री लागू तो किया गया है लेकिन कुछ दिनों बाद ही स्थिति जस की तस बन गई। ट्रैफिक का कमान संभाल रहे होमगार्ड के जवान एवं पुलिस के जवान नो इंट्री के नाम पर मालवाहक एवं यात्री वाहनों से प्रवेश कराने के नाम पर वसूली करने से परहेज नहीं करते। यातायात नियमों का पालन कराना मुश्किल संसाधनों के अभाव का दंश झेल रहे यातायात पुलिस के लिए नियमों का पालन कराना चुनौती बना हुआ है। अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी होती जा रही है और वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जब ड्यूटी पर तैनात कर्मी विरोध करते हैं तो वे उल्टे पहुंचवाले के कोपभाजन का शिकार बन जाते हैं। सड़क से हटेगा अतिक्रमण, तीन जगहों पर बनेगा डिवाइडर जाम की समस्या को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में शनिवार को बैठक हुई। जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसमें पुलिस प्रशासन, मिडिया एवं राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें शहर में जाम से निपटने की समस्या पर विमर्श हुआ। इससे निजात दिलाने के लिए एसडीओ आर के दिवाकर ने जिला प्रशासन की अपनी योजना प्रस्तुत की। इसमें पटना जाने वाली बस को मुसरीघरारी में स्थानांतरित करने, समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य पथ पर मुक्तापुर गुमटी पर ओवरब्रिज, मुसरीघरारी चौराहा और भोला टॉकिज पर ओवरब्रिज बनाने की बात कही।


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