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सीढ़ीघाट मंदिर में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी, दर्जनों घर जलप्लावित

रोसड़ा में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार इजाफा जारी है। गुरुवार को यह खतरे के निशान से 3.5 मीटर ऊपर बहने लगी है। जलस्तर में हुई वृद्धि से नदी का पानी शहर के सीढ़ी घाट स्थित सभी मंदिरों के गर्भगृह में प्रवेश कर गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 11:37 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 11:37 PM (IST)
सीढ़ीघाट मंदिर में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी, दर्जनों घर जलप्लावित
सीढ़ीघाट मंदिर में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी, दर्जनों घर जलप्लावित

समस्तीपुर । रोसड़ा में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार इजाफा जारी है। गुरुवार को यह खतरे के निशान से 3.5 मीटर ऊपर बहने लगी है। जलस्तर में हुई वृद्धि से नदी का पानी शहर के सीढ़ी घाट स्थित सभी मंदिरों के गर्भगृह में प्रवेश कर गया है। वही गोलाघाट एवं गंडकी स्थान के निकट बने दर्जनों घर पानी में डूब चुका है। घर के लोग अपने-अपने सामान और मवेशियों के साथ तटबंध पर शरण लिए हैं। आज भी कई स्थानों पर नदी द्वारा किए जा रहे कटाव और रिसाव को बंद करने का कार्य जारी रहा। नदी के बढ़ते रफ्तार से लोगों में बाढ़ की संभावना प्रबल होने लगी है। सुबह शाम नदी के जलस्तर और स्थिति देखने के लिए तटबंध पर लोगों की भीड़ लगती है। कई बुजुर्ग 1987 और 2004 के बाढ़ का जिक्र करते हुए जलस्तर को उसके करीब पहुंचने का दावा करते हैं। हालांकि विभागीय अभियंता तटबंध को पूर्ण सुरक्षित बताते हुए लगातार बाढ़ निरोधक कार्य जारी रखने की जानकारी दे रहे हैं। जगह-जगह बन आए रेनकट एवं चूहा व अन्य जानवरों द्वारा बनाए गए होल को भरने का कार्य किया जा रहा है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अख्तर जमील ने नदी के दोनों ओर के तटबंध को वर्तमान में सुरक्षित बताते हुए कहा कि लगातार पेट्रोलिग व निगरानी की जा रही है।

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