आशा का हड़ताल जारी, मरीजों को हो रही परेशानी
सरकारी सेवक घोषित करने से पूर्व 18 हजार रुपये मानदेय देने सहित अन्य मांगों को लेकर शनिवार को भी आशा का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा।
समस्तीपुर । सरकारी सेवक घोषित करने से पूर्व 18 हजार रुपये मानदेय देने सहित अन्य मांगों को लेकर शनिवार को भी आशा का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा। आशा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कक्ष के समीप धरना पर बैठी रही एवं सरकार और स्वास्थ्य प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एक सभा हुई। सभा को संबोधित करते हुए आशा संयुक्त संघर्ष मंच की जिला मंत्री तरन्नुम फैजी ने कहा कि 16 दिसंबर को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आम सभा की जाएगी। 17 दिसंबर को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पुतला दहन करने, 18 दिसंबर को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में काम बंद कराने, 21 दिसंबर को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के समक्ष सड़क जाम करने और 27 दिसंबर को ट्रेनों का परिचालन बाधित किया जाएगा। आंदोलन की सफलता को लेकर रणनीति की तैयारी की गई। वक्ताओं ने सरकारी कर्मी घोषित करने से पूर्व न्यूनतम 18 हजार रुपये मासिक मानदेय देने, आशा फैसिलिटेर को उच्च मानदेय भुगतान करने, योग्यताधारी आशा को नर्सिंग स्कूल में 50 प्रतिशत सीट आरक्षित कर प्रशिक्षण देने, आशा द्वारा निबंधित प्रसूति के रेफर करने पर भी प्रोत्साहन राशि देने की मांग की। मौके पर नीलम देवी, शोभा कुमारी, रंजू झा, लीला देवी, सुनैना देवी, सीता देवी, महासुंदरी देवी, सुधीरा कुमारी, प्रीति कुमारी, पुष्पा कुमारी, ललिता राय, सुदामा देवी, सुनयना कुमारी आदि उपस्थित रहे।