आंखों के इलाज को कर रहा था मिन्नत, एएनएम स्कूल की छात्रा ने दिखाई राह
आंखों में फिर से रोशनी की आस को लेकर एक वृद्ध लाठी के सहारे अस्पताल पहुंचे।
समस्तीपुर । आंखों में फिर से रोशनी की आस को लेकर एक वृद्ध लाठी के सहारे अस्पताल पहुंचे। काफी देर तक सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड के समीप इलाज कराने के लिए इधर-उधर भटकते रहे। पर किसी ने भी उसे सही स्थान पर पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। लेकिन, एएनएम स्कूल की प्रथम वर्ष की दो छात्राओं ने ही उस वृद्ध को राह दिखाई। शिवानी कुमारी और मनीषा कुमारी ने मानवता का परिचय देते हुए उस वृद्ध का लाठी पकड़ उसे ओपीडी नेत्र वार्ड में लेकर गई। जिसके बाद मरीज का रजिस्ट्रेशन काउंटर से पूर्जा कटाया। फिर ऑन ड्यूटी ऑपथेलमिक असिस्टेंट ठाकुर नीलमणि ने मरीज के दोनों आंख की जांच की। जांच के क्रम में दोनों आंख में मोतिया¨बद होने की बात कही। साथ ही महत्वपूर्ण ब्लड जांच कराने की सलाह देते हुए आई ड्रॉप्स लिख दिया। दोनों प्रशिक्षु छात्रा ने फिर उन्हें सहारा देकर दवा काउंटर पर ले गई। जिसके बाद दवा देकर उसे मुख्य सड़क का रास्ता बता दिया।
बिथान थाना क्षेत्र के सुगराइन गांव निवासी विपिन पोद्दार गुरुवार को सदर अस्पताल में पहुंच कर लोगों से आंख दिखवा देने की मिन्नतें कर रहे थे। लेकिन, आपातकालीन वार्ड के समीप किसी ने भी उसकी मदद करने की जहमत नहीं उठाई। हालांकि, एएनएम स्कूल की दोनों प्रशिक्षु छात्रा शिवानी कुमारी व मनीषा कुमारी ने उसकी मदद की। साथ ही उसका लाठी पकड़ कर आगे-आगे चलते हुए उसे सहारा दिया। वह आंख वार्ड में पहुंच कर पुन: रोशनी आने की मिन्नतें करने लगी। उसने बताया कि वह पहले राज मिस्त्री का कार्य करता था। लेकिन आंखों की रोशनी जाने की वजह से उसे काफी परेशानी हो रही हैं। भीख मांग कर जीवन बसर करने की मजबूरी बनी हुई हैं। ऑपथेलमिक असिसटेंट ठाकुर नीलमणि ने उसे जरूरी जांच कराने व आई ड्रॉप्स आंख में डालकर पुन: अस्पताल आने की सलाह दी। जिसके बाद उसका ऑपरेशन किया जा सकेगा।