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पशुपालक करें अब दूध के मूल्य का निर्धारण

ऋण माफी न होने पर किसानों को गिरफ्तार करने के मुद्दे को लेकर प्रखंड कार्यालय में सैकड़ों किसानों ने आक्रोशपूर्ण धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 11:39 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 11:39 PM (IST)
पशुपालक करें अब दूध के मूल्य का निर्धारण
पशुपालक करें अब दूध के मूल्य का निर्धारण

समस्तीपुर । ऋण माफी न होने पर किसानों को गिरफ्तार करने के मुद्दे को लेकर प्रखंड कार्यालय में सैकड़ों किसानों ने आक्रोशपूर्ण धरना दिया। पांच घंटे तक दिए गए इस धरना में पशुपालक किसानों ने अपनी समस्याओं को ले कई मांगें रखी और कड़े शब्दों में सरकार को चेतावनी दी कि यदि किसानों के ऋण माफ नहीं किये जाते तो सरकार उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तैयार रहे। इसके लिए सूबे के लाखों किसान हर क्षण तैयार है। पटोरी प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित इस धरना की अध्यक्षता नंदकेशरी प्रसाद आजाद ने की। इस अभियान के संयोजक डॉ. भूपेन्द्र प्रसाद यादव के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में संघ के संस्थापक अध्यक्ष बैधनाथ चैधरी ने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी किसानों के साथ किसी भी सरकार ने इंसाफ नहीं किया। उन्होंने कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने का स्वांग रच रहे अबतक के सभी सरकारों ने दुग्ध एवं अन्य कृषि उत्पादों के लागत मूल्य का निर्धारण नहीं कर सकी है। ऐसी परिस्थिति में कृषि को लाभकारी बनाने का वादा पूरे देश के किसानों के साथ सिर्फ एक छलावा है। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट घरानों के करोड़ों और अरबों रूपये की ऋण माफी सरकार के द्वारा की जा रही है किन्तु घाटे में आये आत्म हत्या कर रहे किसानों की ऋण माफी अबतक बिहार सरकार की योजना में नहीं आयी। उन्होंने कहा कि किसान बैंकों के ऋण तले दबे हुए हैं और अल्प उत्पादन के कारण उनकी स्थिति बदतर हो गयी है। अत: अविलम्ब ऋण माफ करने की घोषणा की जाए। बैठक में संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रधान ने कहा कि पशुपालकों की परिस्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। दो किलो मकई एवं सवा किलो गेहूं की लागत मूल्य से अधिक कीमतों पर लोग एक लीटर पानी खरीदते हैं। ऐसी परिस्थिति में अब पशुपालकों के समक्ष सिर्फ आंदोलन ही एक रास्ता बच गया है। डा. भूपेन्द्र ने कहा कि किसान अपने पशुओं को चारा व अन्य सामग्री अधिक लागत मूल्य पर खिलाते हैं, पूरा परिवार उसी कार्य में लगा रहता है और दूध की कंपनियों के द्वारा 23 रूपये लीटर दूध खरीदा जाता है और 40 से 45 रूपये लीटर क्रीम निकालकर बेच दिया जाता है। मौके पर किसान नेता पूर्व प्रमुख जवाहर राय, ने कहा कि किसानों को वाजिब हक दिलाने के लिए जारी लड़ाई में वे भरपूर सहयोग करेंगे। इस धरना को संघ के सक्रिय सदस्य रामाश्रय ठाकुर, दिनकर प्रसाद राय, सुधीर यादव, रवि यादव, रामानंद राय, संतोष यादव, अमरनाथ राय, रामकरण राय, धर्मेन्द्र प्रियदर्शी, धनिकलाल राय, सुजीत भगत, नंदकिशोर कापर, रामनरेश राय, गोपाल चैधरी, सुभाष चैधरी, सौरभ कुमार, सचिन कुमार, सुनील ¨सह, रामइकबाल राय, जामुन राय समेत काफी संख्या में वक्ताओं ने किसानों को सम्बोधित किया। इस धरना में विभिन्न क्षेत्रों से आये सैकड़ों किसान शामिल हुए।

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