मुजफ्फरपुर में जेई व एईएस का मामला सामने आने के बाद जिले में अलर्ट
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई। इस बैठक में जेई एवं एईस को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि एईएस और जेई के अनुसार आवश्यक दवा एवं उपकरण की उपलब्धता सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुनिश्चित कराएं।
समस्तीपुर । जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई। इस बैठक में जेई एवं एईस को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि एईएस और जेई के अनुसार आवश्यक दवा एवं उपकरण की उपलब्धता सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुनिश्चित कराएं। सिविल सर्जन एवं पीएचसी प्रभारी को इसकी व्यवस्था हर हाल में करने को कहा। साथ ही दवा एवं उपकरण की अनुपलब्धता की स्थिति में आवश्यकतानुसार फरवरी के अंत तक खरीद करने या फिर जिले से मंगवाना सुनिश्चित करें। एईएस और जेई मरीज के लिए प्रखंड स्तर पर कम से कम एक बेड हर हाल में सुरक्षित रखने को कहा ।चिकित्सा पदाधिकारी एवं एएनएम का रोस्टर बनाकर चौबीसों घंटे क्रियाशील रहने का भी निर्देश दिया। डीएम ने यह भी कहा किजिला स्तर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बना लें। जिसमें की रेफर किए गए मरीज के संबंध में एवं मरीज को क्या चिकित्सा प्रदान की गई , उसकी जानकारी ग्रुप पर शेयर करते रहें। जिला एवं प्रखंड स्तर पर इसको लेकर एक कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश भी दिया। जिसकी जानकारी लोगों को माइकिग कराकर प्रचार-प्रसार कराकर देंगे। ताकि एईएस और जेई के मरीज के संबंध में ससमय सूचना मिल सके और उसका समूचित इलाज हो सके। जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम में इससे संबंधित जानकारी या शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर इस प्रकार हैं : 06274-220331, 222331, 222334, 222335, 222337, 222338 एवं 18003456635 है। जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों में एंबुलेंस का टैगिग करने का निर्देश दिया। साथ ही ड्राइवर एवं ईएमटी का मोबाइल नंबर मुखिया से शेयर करने का निर्देश दिया। पंचायत वार संबंधित एंबुलेंस के ड्राइवर एवं ईएमटी का मोबाइल नंबर लोगों को माइकिग के माध्यम से उपलब्ध कराने को भी कहा। 1 से 15 वर्ष तक के बच्चों के बीच आशा द्वारा ग्लूकोज वितरण कराने का निर्देश दिया गया। जिसकी सूची आंगनवाड़ी से लेने का निर्देश दिया गया। हर प्रखंड में 2-2 गाड़ी प्रचार प्रसार के लिए भ्रमण करवाने एवं साथ ही हैंडविल भी बटवाने का निर्देश दिया।
इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ. सत्येन्द्र कुमार गुप्ता, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा, जिला मलेरिया पदाधिकारी, मेडिकल ऑफिसर सदर अस्पताल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सभी उपाधीक्षक एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।