शराब सेवन से शारीरिक, आर्थिक और मानसिक नुकसान
बिहार पुलिस सप्ताह के अवसर पर शहर के सटे दुधपुरा स्थित पुलिस केंद्र में मंगलवार को मद्य निषेध नशा मुक्ति जागरूकता दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें पुलिस पदाधिकारी पुलिस कर्मी व गण्यमान्य भी शामिल हुए।
समस्तीपुर । बिहार पुलिस सप्ताह के अवसर पर शहर के सटे दुधपुरा स्थित पुलिस केंद्र में मंगलवार को मद्य निषेध नशा मुक्ति जागरूकता दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें पुलिस पदाधिकारी, पुलिस कर्मी व गण्यमान्य भी शामिल हुए। जागरुकता रैली पुलिस केन्द्र से निकलकर ताजपुर रोड मुख्य मार्ग से होते हुए नगर थाना आकर समाप्त हुई। लाइन डीएसपी उदय कुमार ने बताया कि जागरुकता दौड़ उद्देश्य लोगों को शराब सेवन के प्रति जागरुक करना है। शराब मनुष्य को केवल शराबी नहीं, बल्कि अपराधी भी बनाता है। शराब सेवन से समाजिक व पारिवारिक प्रतिष्ठा धूमिल होती है। साथ ही शारीरिक, आर्थिक और मानसिक नुकसान भी होता है। शराब सेवन करने वाले परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है। शराब नहीं पीने के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। नगर थानाध्यक्ष अरुण राय ने कहा कि पुलिस की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है और सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि पुलिस सप्ताह के दौरान खेलकूद, पौधरोपण, जागरूकता अभियान समेत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। दूसरी ओर मुफस्सिल थाना पर झंडोत्तोलन कर पुलिस सप्ताह कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मौके पर नगर थाना के दारोगा अनिल कुमार सिंह, उमेश कुमार, संजय कुमार, सब इंस्पेक्टर चंद्रकिशोर टुडू, एएसआई परशुराम सिंह, प्रमोद सिंह, मुक्तेश्वर यादव, भरत यादव, राजेश, असगर इमाम, कृष्णा प्रसाद समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे। चाइल्डलाइन की बैठक में लिए गए कई निर्णय
शाहपुर पटोरी : चाइल्डलाइन सलाहकार समिति की बैठक पटोरी प्रखंड कार्यालय स्थित ग्राम प्लेक्स भवन में मंगलवार को आयोजित की गई। बीडीओ डॉ. नवकंज कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सीओ चंदन कुमार, सीडीपीओ मधु प्रियदर्शनी, चिकित्सक डॉ फिरदौस आलम, बाल कल्याण अधिकारी प्रहलाद कुमार, मुखिया मोहन ठाकुर, शीलवंत राय, काउंसेलर आयशा खातून, चाइल्डलाइन सब सेंटर पटोरी के निदेशक सुरेंद्र कुमार, टीएम कौशल कुमार, माला कुमारी, रवींद्र पासवान, ललिता कुमारी, दिनेश प्रसाद चौरसिया, अजीत कुमार आदि मौजूद थे। बैठक में बाल विवाह, बाल श्रम, बच्चों के स्वास्थ्य एवं गुमशुदा बच्चों की सकुशल घर वापसी, 0 से 8 वर्ष की उम्र तक के बच्चों से जुड़ी समस्याओं आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।