राष्ट्रीय लोक अदालत में 2327 मामलों का निपटारा, 10.88 करोड़ रुपये पर हुआ समझौता
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार समस्तीपुर रोसड़ा दलसिंहसराय और पटोरी न्यायमंडल में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत लगाया गया। जिसमें कुल 2327 मामलों का निपटारा किया गया।
समस्तीपुर । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली के निर्देशानुसार समस्तीपुर, रोसड़ा, दलसिंहसराय और पटोरी न्यायमंडल में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत लगाया गया। जिसमें कुल 2327 मामलों का निपटारा किया गया। इसमें मौके पर दस करोड़ 88 लाख 98 हजार 182 रुपये पर समझौता हुआ। समस्तीपुर व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसमें दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर झा ने की। संचालन चतुर्थ एसीजेएम पीसी वर्मा ने किया। इसमें प्रधान न्यायाधीश पियुष कमल दीक्षित, सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार श्रीवास्तव, प्रणव कुमार झा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रवि शंकर उपस्थित रहे। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने लोक अदालत के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। लोक अदालत में परिवार न्यायालय से संबंधित वाद, इंस्योरेंस क्लेम, बिजली, दूरसंचार, फौजदारी, मापतौल, मजदूरी, बैंक ऋृण वसूली से संबंधित मामलों का निपटारा गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने किया। इसमें बैंक ऋण से संबंधित 2219 मामलों का निपटारा 10 करोड़ 48 लाख 43 हजार 774 रुपये पर हुआ। क्लेम से संबंधित आठ वादों का निपटारा 39 लाख 55 हजार रुपये, बिजली से संबंधित 21 वादों का निपटारा पांच लाख 68 हजार 875 रुपये, टेलीफोन वादों का निपटारा एक लाख 15 हजार 493 रुपये और फौजदारी मुकदमा में 52 का निपटारा 15 हजार एक सौ रुपये पर संपन्न हुआ। लोक अदालत को सफल बनाने में कर्मी प्रभात रंजन, राज कुमार झा दत्ता, मो. रफी सहित अन्य ने सराहनीय योगदान दिया। दलसिंहसराय में 254 मामले का हुआ निष्पादन
दलसिंहसराय,संस : विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। इसका उद्घाटन समिति के अध्यक्ष सह एडीजे राजकिशोर पांडेय, सबजज विवेक विशाल, सबजज विनीत कुमार सिंह, मुंसिफ अभिषेक कुमार, एसडीओ विष्णुदेव मंडल एवं डीएसपी कुंदन कुमार ने संयुक्त रूप से किया। अपने संबोधन में एडीजे ने कहा कि इसमें लिए गए फैसले का किसी भी न्यायालय में अपील नहीं होता है। साथ ही समझौता के आधार पर फैसला होने के कारण दोनों पक्षों में सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रह जाता है। मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार समीर, उपाध्यक्ष शिवशंकर प्रसाद वर्मा, महासचिव प्रभात चौधरी, रामसकल महतो, संतोष कुमार सिंह समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे। इसमें कुल 254 मामले का निष्पादन किया गया है। जिसमें बैंक के231, बीएसएनएल के एक, कंपाउंडेवल आपराधिक मामले- 17, बिजली विभाग के 04 तथा एनआई एक्ट की धारा 138 के एक मामले का निष्पादन किया गया रोसड़ा में 689 मामलों का हुआ निष्पादन, 1 करोड़ 22 लाख 76 हजार की वसूली
रोसड़ा,संस: परिवार और समाज में सुधार व मजबूती आने पर मुकदमा का बोझ कम होना संभव है। इसकी शुरुआत अपने आप से करने की जरूरत है। उक्त बातें एडीजे प्रथम सह अनुमंडल विधिक सेवा समिति रेासड़ा के अध्यक्ष वेद प्रकाश सिंह ने कही। न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए उन्होंने गौतम बुद्ध के मूल मंत्र अप्प दीपो भव पर विस्तार से चर्चा किया। एडीजे ने लोक अदालत के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए छोटे-छोटे विवादों को आपसी समझौते के तहत निपटारा करने की अपील की।
लोक अदालत को सस्ता और सुलभ न्याय का जरिया बताते हुए कहा कि यहां सुनाए गए फैसले के विरूद्ध अपील स्वीकार्य नही है। मौके पर सब जज एलएन त्रिपाठी, एके गोंड, एसडीजेएम सह समिति के सचिव दीपचंद्र पांडे, एसडीपीओ सहरियार अख्तर, कार्यपालक दंडाधिकारी एएन गुप्ता के अलावा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रामानंद साह, सचिव सीता राम यादव, पूर्व सचिव संजय कुमार आदि मौजूद थे। लोक अदालत में 689 मामलों का निष्पादन हुआ। जिसमें 3 करोड़ 5 लारव 42 हजार 604 रुपए समझौता राशि के विरुद्ध 1 करोड़ 22 लारव 75 हजार 969 रुपए की तत्काल वसूली की गई। जिसमें विभिन्न बैंकों से संबधित 658 मामले, बीएसएनएल के 5, आपराधिक सुलहनीय वाद 25 तथा विद्युत से संबधित एक मामले थे।