मानव तस्करों के चंगुल से 20 बच्चे मुक्त
बचपन बचाओ आंदोलन संगठन व पुलिस के सहयोग से बंगाल में मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए जिले के विभिन्न प्रखंडों के 20 बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया। मंगलवार को बंगाल पुलिस और बचपन बचाओ संगठन की टीम यात्री बस से बच्चों को लेकर समस्तीपुर पहुंची।
समस्तीपुर । बचपन बचाओ आंदोलन संगठन व पुलिस के सहयोग से बंगाल में मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए जिले के विभिन्न प्रखंडों के 20 बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया। मंगलवार को बंगाल पुलिस और बचपन बचाओ संगठन की टीम यात्री बस से बच्चों को लेकर समस्तीपुर पहुंची। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के बचपन बचाओ आंदोलन के स्थानीय कार्यकर्ताओं के सहयोग से 7 नवंबर को कोलकाता के मैदान थाना की पुलिस ने बाबूघाट बस स्टैंड के निकट मानव तस्करों के चंगुल से 20 बच्चों को मुक्त कराया था। मानव तस्कर इन्हें समस्तीपुर के विद्यापतिनगर और दलसिंहसराय से यात्री बस के द्वारा बंगाल ले कर जा रहे थे। मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए बच्चों की उम्र 10 से 16 वर्ष बताई गई है। कोलकता में रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को स्थानीय बाल कल्याण समिति को प्रस्तुत किया गया। जहां तीन माह रहने के बाद विभागीय निर्देश पर सभी बच्चों को सुरक्षित जिला बाल कल्याण समिति को प्रस्तुत किया गया। बचपन बचाओ के जिला कार्यकर्ता विजय कुमार ने बताया कि संगठन के स्थानीय कार्यकर्ता और बंगाल पुलिस के सहयोग से रेसक्यू किया गया था। सभी बच्चों के घर वालों से पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को पुनर्वास की अपील की गई है। इन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिले और समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपना विकास करें। फिलहाल अदालत के निर्देश पर बच्चों को होम में रखा गया है। मौके पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष नौशाद रजा समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।