जिले के 177 मध्य विद्यालयों में होगी कंप्यूटर से पढ़ाई
कोरोना काल के बाद हाई स्कूलों की तरह मिडिल स्कूलों में भी कंप्यूटर से डिजिटल पढ़ाई होने के आसार हैं। समग्र शिक्षा अभियान के तहत 177 मिडिल स्कूलों को कंप्यूटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
समस्तीपुर । कोरोना काल के बाद हाई स्कूलों की तरह मिडिल स्कूलों में भी कंप्यूटर से डिजिटल पढ़ाई होने के आसार हैं। समग्र शिक्षा अभियान के तहत 177 मिडिल स्कूलों को कंप्यूटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बिहार शिक्षा परियोजना समस्तीपुर के इस मद में राशि का आवंटन विभाग की ओर से पिछले महीनों में ही कर दी गई है, जिससे स्कूलों के लिए कंप्यूटर की खरीद की जाएगी।
पहले चरण में डिजिटल पढ़ाई सफल रहने पर इसका विस्तार अन्य स्कूलों में किया जाएगा। फिलहाल जिले के सभी हाई स्कूलों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से पढ़ाई हो रही है। नौवीं व दसवीं के बच्चों को यह सुविधा उन्नयन बिहार कार्यक्रम के तहत दी गई है। इस तरह की पढ़ाई से इस साल मैट्रिक का रिजल्ट काफी अच्छा रहा है। डीपीओ शिवनाथ रजक ने बताया कि हाई स्कूलों में कार्यक्रम सफल रहने पर इसका विस्तार मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले छठी से आठवीं के बच्चों को यह सुविधा दी जाएगी। ई कंटेंट के माध्यम से बच्चे कई विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे। छठी से आठवीं तक के बच्चों को मिलेगा लाभ मिडिल स्कूलों में ऑडियो विजुअल पढ़ाई का लाभ छठी से आठवीं तक के बच्चों को मिलेगा। जिस तरह उन्नयन बिहार के तहत हाई स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अभी ऑडियो विजुअल पढ़ाई का लाभ मिल रहा है, उसी तरह मिडिल स्कूल के बच्चों को कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। जिले के ग्रामीण इलाकों के मिडिल स्कूलों में चॉक व टॉक सिस्टम से बच्चों की पढ़ाई होने से बच्चे दोपहर बाद स्कूल में नहीं टिक पाते हैं। कंप्यूटर के माध्यम से बच्चों की डिजिटल पढ़ाई होने से बच्चों का रुझान पढ़ाई के प्रति बढ़ेगा। इससे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ेगी। मिडिल स्कूलों को कंप्यूटर देने से बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलेगी और बच्चों के सीखने की क्षमता में वृद्धि होगी। प्रति स्कूल छह लाख रुपये होंगे खर्च
जिले के चयनित मिडिल स्कूलों में छह लाख की लागत से लैपटॉप, फर्नीचर के साथ ही सॉफ्टवेयर की खरीद की जाएगी। कंप्यूटर की जगह लैपटॉप इसलिए उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि इसे आसानी से एक से दूसरे जगह पर ले जाया जा सके। समग्र शिक्षा अभियान के तहत यह कवायद की जा रही है। लाभुक स्कूलों के नाम विभाग की ओर से मिलने के बाद से उन्हें लैपटॉप खरीदने के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी। कोरोना के चलते स्कूल अभी बंद है। लिहाजा जब स्कूल खुलेंगे तो उन्हें सामान खरीदने के लिए राशि दी जाएगी।