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आखिर कबतक जलजमाव का दंश झेलेंगे सहरसा नगरवासी

सहरसा। विगत एक पखवाड़े से बारिश नहीं होने से नगरवासियों को थोड़ी राहत है परंतु जलनिक

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 07:59 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 05:11 AM (IST)
आखिर कबतक जलजमाव का  दंश झेलेंगे सहरसा नगरवासी
आखिर कबतक जलजमाव का दंश झेलेंगे सहरसा नगरवासी

सहरसा। विगत एक पखवाड़े से बारिश नहीं होने से नगरवासियों को थोड़ी राहत है, परंतु जलनिकासी व्यवस्था नहीं होने से शहर के कई मोहल्ले में महीनों से जमा पानी सड़ रहा है। अब आलम यह है कि लोग आसमान में बादल देखते ही सहम जाते हैं। दरअसल चंद घंटे की बारिश में शहर की सूरत बिगड़ जाती है। कहीं सड़कों पर जलजमाव हो जात है तो कहीं लोगों के घरों में पानी घुस जाता है। ऐसे में बारिश होने पर प्रशासन को पंपसेट लगाकर लोगों के घरों से पानी निकालना पड़ता है। -------------

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निर्माण अवधि के डेढ़ साल बाद

भी अधूरी पड़ी है योजना

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अभी कुछ मोहल्लों में राहत हैं, किंतु 2017 में यह स्थिति पूरे शहर की थी। काफी हंगामा मचा। तत्कालीन डीएम विनोद सिंह गुंजियाल ने सरकार को त्राहिमाम संदेश भेजा। सरकार के दो बड़े अधिकारी सहरसा आए और उनके वापस होने के बाद जब सरकार ने महसूस किया कि स्थिति भयावह है, तो बड़े नाला निर्माण की योजना बनी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वुडको की टीम पहुंची और त्वरित गति से 51 करोड़ की लागत से जलनिकासी की योजना बनी। कार्य भी बड़ी तेजी से शुरू हो गया, लेकिन जो कार्य जनवरी 2019 में पूरा होना था, वह सितम्बर 2020 में भी अधूरा पड़ा है। 2018 से अबतक 11 किलोमीटर नाला का निर्माण नहीं कराया जा सका। फलस्वरूप शहर के अधिकांश मोहल्ले में महीनों से पानी सड़ रहा है। बदबूदार पानी और मच्छरों के प्रकोप से लोगों का जीना हराम है। ऐसे में अगर बारिश हुई, तो यही गंदा पानी सड़कों पर संपर्क में आकर बहने लगता है।

-------------- नगर विकास विभाग की सुस्ती से कार्य में उत्पन्न है अवरोध

----- वुडको की देखरेख में हैदराबाद की एजेंसी चरित्र इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को 51 करोड़ की लागत से सहरसा शहर के 11 किलोमीटर नाला निर्माण की जिम्मेवारी सौंपी गई। एजेंसी को यह कार्य जनवरी 2019 में ही पूरा किया जाना था। परंतु, समयावधि से डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी महज छह किलोमीटर नाला निर्माण पूरा किया गया। नगर विकास विभाग द्वारा नियमित आवंटन उपलब्ध नहीं करवाए जाने के कारण कार्य में बारंबार अवरोध आ रहा है। शहर के कई भाग में नाला निर्माण बांकी है, जिसके कारण नाले का एक दूसरे मोहल्ले से लिक नहीं हो पाता और अधिकांश भाग में जलजमाव की स्थिति बनी रहती है।

------------- शेष पड़ा है जलनिकासी का कई महत्वपूर्ण कार्य

------ आवंटन के अभाव में सर्वा ढाला से पूरब तिवारी टोला की ओर बननेवाला नाला का निर्माण रुका हुआ है। पॉलिटेक्निक और सराही कैचमेंट एरिया में पंप हाउस का निर्माण कराया जाना है। तब जलनिकासी का कार्य ठीक ढंग से प्रारंभ हो सकेगा। राशि के अभाव में इस कार्य के पूरा होने की अभी संभावना नहीं है। अर्थात शहर के पानी को बाहर निकालने का कोई मुकम्मल प्रबंध अभी नहीं हो पाया है।

-------------- नाला निर्माण करनेवाली एजेंसी का किए गए कार्य के विरुद्ध चार करोड़ से अधिक भुगतान लंबित है। नगर विकास विभाग से आवंटन उपलब्ध कराने में देरी हो रही है। इसके लिए मेरे द्वारा कई बार लिखित और मौखिक रूप से नगर विकास विभाग को आग्रह किया गया है। संवेदक पुराने भुगतान के बिना कार्य आगे बढ़ाने के लिए तैयार नहीं है। राशि प्राप्त होने के बाद ही कार्य को पुन: शुरू किया जा सकता है। इसके लिए नगर विकास विभाग को पुन: स्मारित किया जा रहा है।

अनिल कुमार शर्मा परियोजना निदेशक, वुडको


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