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अब सब्जी उत्पादकों का सर्वे कराएगी सरकार

सहरसा। पारंपरिक खेती से हो रही हानि के कारण खेती से विमुख हो रहे किसानों को अब रा

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 05:09 PM (IST)
अब सब्जी उत्पादकों का सर्वे कराएगी सरकार
अब सब्जी उत्पादकों का सर्वे कराएगी सरकार

सहरसा। पारंपरिक खेती से हो रही हानि के कारण खेती से विमुख हो रहे किसानों को अब राज्य सरकार के स्तर पर हाईटेक किया जा रहा है। इस क्रम में सहकारिता विभाग ने किसानों को ऑनलाइन सब्जी व्यवसाय से जोड़ने का निर्णय लिया है। कोसी क्षेत्र में इस योजना से प्रवासी श्रमिकों को भी शामिल किया जाएगा। सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए विभाग ने सभी प्रखंडों में प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति (पीवीसीएस) बनाई जाएगी। इस समिति के माध्यम से प्रखंडों में मंडी बनेगी और सब्जी का ऑनलाइन सौदा तय कर समय पर निर्धारित जगहों पर पहुंचाई जाएगी। इस योजना को कार्य रूप देने के लिए विभाग प्रथम चरण में सब्जी उत्पादकों का सर्वे कराने की तैयारी में जुट गया है।

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सर्वे के आधार पर किसानों का बनेगा डाटाबेस

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सहकारिता विभाग द्वारा किसी एजेंसी के माध्यम से सब्जी उत्पादकों का सर्वे कराया जाएगा। यह सर्वे टीम पता लगाएगी कि एक किसान कितने रकबे में सब्जी की खेती करता है, कौन- कौन सी सब्जी का यहां उत्पादन होता है। स्थानीय स्तर पर सब्जी की कितनी खपत है और स्थानीय बाजार की क्या स्थिति है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर बीज का उत्पादन होता है अथवा दूसरे जगहों से इसकी खरीदारी होती है। किसान सीधे सब्जी को मंडी पहुंचाते हैं या खेत से ही कोई खरीद कर ले जाता है। किसानों की समस्या क्या है। इन सवालों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा ताकि इसके माध्यम से विभाग और सरकार किसानों को सहायता प्रदान कर सके।

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मंडी स्थापित किए जाने से सब्जी उत्पादन में होगी बढ़ोतरी

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कोसी क्षेत्र के सीपेज वाले इलाके में हजारों एकड़ भूमि बाढ़ के चलते बेकार हो जाता है। यही कारण है कि कृषि विभाग ने इस इलाके में दियारा विकास योजना के तहत सब्जी की खेती की योजना तैयार की है, परंतु बाजार के अभाव में इस योजना को बल नहीं मिल सका। सहकारिता विभाग द्वारा मंडी स्थापित करने की इस योजना से इस इलाके में सब्जी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इससे जहां यह इलाका सब्जी उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा, वहीं पारंपरिक खेती की अपेक्षा किसानों को अत्यधिक लाभ होगा। प्रवासी श्रमिकों को भी इससे रोजगार मिलेगा। कृषि विभाग द्वारा इसके लिए किसानों को सब्जी का मुफ्त बीज भी उपलब्ध कराया जाएगा।

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सब्जी की ग्रेडिग और पैकेजिग की भी होगी व्यवस्था

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प्रशासन प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति (पीवीसीएस) के लिए जमीन की खोज चल रही है। दस हजार वर्ग फीट में पीवीसीएस की स्थापना होगी। इसके परिसर में सब्जियों की छंटनी, ग्रेडिग और सब्जियों की पैकेजिग की व्यवस्था होगी। सब्जियों के रखरखाव के लिए दस टन की क्षमता वाला मल्टी चैंबर कोल्ड स्टोरेज तैयार किया जाएगा। इसके अलावा उद्यान विभाग ने भी फलों और सब्जियों के रखरखाव के लिए मिली शीतभंडार स्थापित करने की योजना बनाई है। इससे आने वाले दिनों में कोसी क्षेत्र सब्जी उत्पादन के मामले में पूरी तरह से सक्षम हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ प्रवासियों को भी रोजगार मिलेगा और मजदूरों के पलायन पर रोक लगेगा। -----

कोसी क्षेत्र में सब्जी उत्पादन की भी बड़ी संभावना है। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिल सकता है। आनेवाले दिनों में प्रखंड स्तर पर मंडी स्थापित किए जाने की योजना है। इससे कोसी क्षेत्र के सब्जी उत्पादकों को काफी लाभ मिलेगा। सैयद मशरूक आलम

डीसीओ, सहरसा।


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