महंगाई ने बिगाड़ा घर का बजट
सहरसा। लॉकडाउन के कारण सब्जी के दामों में हुई बढ़ोत्तरी ने लोगों के घर का बजट बिगा
सहरसा। लॉकडाउन के कारण सब्जी के दामों में हुई बढ़ोत्तरी ने लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है। सब्जी की कीमत चरम पर है। मिर्च भी 140 रुपये किलो बिक रहा है। उच्च वर्ग के लोगों को भाव से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। लेकिन मध्यम एवं निम्न वर्ग इसकी चपेट में आ रहे है। मध्यमवर्गीय परिवार अपनी आमदनी के अनुसार पूरे घर का बजट बनाता है। ऐसे में सब्जी के दामों में हुई मूल्यवृद्धि से उनके घर का बजट बिगड़ गया है। पूरे महीने के सब्जी का खर्चा बड़ी मुश्किल से एक सप्ताह तक जा पाता है। गृहिणी चंदा कहती है कि पहले दो हजार रुपये में पूरे महीने सब्जी हो जाती थी लेकिन अब तो एक टाइम के भोजन में 100 रुपये से अधिक की सब्जी लगती है। बैगन-मूली भी 50 रुपये किलो मिलता है। परवल तो सप्ताह में अब एक दिन खाते है। बाजार में ठेला पर गोलगप्पा बेचने वाले चंदेश्वरी कहते है कि लॉकडाउन में दुकानें कई महीनों तक बंद ही रही। जिसके कारण घर की जमा पूंजी समाप्त हो गई। अब सब्जी की मंहगाई से अब सब्जी खाना ही छोड़ दिया। साग और दाल से काम चलाते है। पांच रुपये में बिकनेवाला साग भी दस रुपये से कम नहीं मिल रहा है। लॉकडाउन की मार के साथ-साथ मंहगाई की मार ने रही सही कसर निकाल दी है।
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बिक रही है सब्जी
परवल- 80 रुपये किलो
भिडी - 40 रुपये किलो
बैंगन - 50 रुपये किलो
मूली - 50 रुपये किलो
कद्दू - 25 से 40 रुपये पीस
झींगा - 30 रुपये किलो
कच्चा मिर्च- 140 रुपये किलो
टमाटर - 80 रुपये किलो
आलु - 32 रुपये किलो
प्याज- 20 रुपये किलो