स्कूलों में बच्चों की बढ़ने लगी है विद्यार्थियों की उपस्थिति
सहरसा। जिले के सरकारी स्कूलों में अब विद्यार्थी आने लगे हैं। इसकी जानकारी हाल के दिनों में शिक्षा पदाधिकारियों के निरीक्षण से हुई है। बेशक स्कूल खुलने के बाद छात्र गिनती के ही स्कूल में नजर आते थे। इतना ही नहीं हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल में शिक्षकों की भी अनुपस्थिति देखी गई। इसका जिला प्रशासन ने इसकी सूचना शिक्षा विभाग को दी। इसके बाद ही शिक्षा विभाग हरकत में आयी
सहरसा। जिले के सरकारी स्कूलों में अब विद्यार्थी आने लगे हैं। इसकी जानकारी हाल के दिनों में शिक्षा पदाधिकारियों के निरीक्षण से हुई है। बेशक स्कूल खुलने के बाद छात्र गिनती के ही स्कूल में नजर आते थे। इतना ही नहीं, हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल में शिक्षकों की भी अनुपस्थिति देखी गई। इसका जिला प्रशासन ने इसकी सूचना शिक्षा विभाग को दी। इसके बाद ही शिक्षा विभाग हरकत में आयी और इसकी जिम्मेवारी शिक्षकों पर डाल दी कि बच्चों को स्कूल भेजने के लिए शिक्षकों को बच्चों और अभिभावकों को इसके लिए जागरूक करना होगा। इसके बाद जिले के शिक्षा अधिकारियों ने बारी-बारी से प्रखंडवार स्कूलों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। स्कूल में अब बीस-तीस फीसद छात्र-छात्राओं की उपस्थिति देखी जा रही है। जिले में 26 अगस्त से सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति के साथ स्कूल खोल दिया गया है। इससे पहले राज्य सरकार के निर्देश पर स्कूलों में मात्र पचास फीसद बच्चे की उपस्थिति होती थी। अल्टरनेट डे करके छात्रों को स्कूल में पढ़ाया जाता था। अब इस व्यवस्था से बच्चों को राहत मिली है।
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बाढ़ के कारण 124 स्कूल है बंद
जिले में 1274 स्कूलों में से बाढ़ के कारण 124 स्कूल बंद है जिसमें बाढ का पानी घुस गया है। जिसके कारण पठन पाठन तो बंद हो गया। शिक्षा विभाग ने ऐसे बंद हुए स्कूल के बच्चों को आनलाइन गूगल मीट के जरिए पढ़ाने की जिम्मेवारी संबंधित स्कूल के शिक्षकों को सौंपी है।
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कोट
- बच्चों की शत फीसद उपस्थिति के लिए स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। बच्चो को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है। स्कूल में बच्चों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। 25 फीसद से अधिक बच्चे स्कूल आना शुरू कर दिया है।
जयशंकर प्रसाद ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी