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नारियल का पौधा लगाकर संगोष्ठी का किया उद्घाटन

अररिया। विश्व पर्यावरण वर्ष 2020-21के तहत बिहार बाल मंच फारबिसगंज के तत्वावधान में स्थानीय पी

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 11:25 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 05:11 AM (IST)
नारियल का पौधा लगाकर संगोष्ठी का किया उद्घाटन
नारियल का पौधा लगाकर संगोष्ठी का किया उद्घाटन

अररिया। विश्व पर्यावरण वर्ष 2020-21के तहत बिहार बाल मंच, फारबिसगंज के तत्वावधान में स्थानीय पीडब्ल्यूडी परिसर में वृक्ष हमारे चिरंतन साथी विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसका शुभारंभ भावना, सोनाली, सिमरन, कुशाल, आराध्या आदि बच्चों एवं बालिकाओं के द्वारा नारियल पौधा लगाकर किया गया।

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संबोधित करते हुए कार्यक्रम संयोजक सह प्रकृति प्रेमी विनोद कुमार तिवारी प्रकृति ने बताया कि ईश्वर ने मनुष्य को अछ्वुत प्रतिभावन, चितक, विवेकी और बुद्धिमान बनाया मगर उसे मनुष्य ने निजी स्वार्थ के लिए ऐसा विकट रूप धरा है, जिसे देखकर प्रभु की आंखें झुक गई हैं। अंधाधुंध पेड़ काटे जा रहे हैं। फलस्वरूप ऑक्सीजन और धूप की कमी हो रही है। यद्यपि इन दोनों के कारण ही पर्यावरण शुद्ध रहता है। अंग्रेज कवि व‌र्ड्सवर्थ के कथन के अनुसार प्रकृति देवी एक बार में ही मनुष्य को उनके सार्थक जीवन के लिए इतना उपदेश दे सकती हैं जितना पूर्व जीवन काल में उसे संतों से भी उपलब्ध नहीं हो सकता।

कहा हम प्रकृति के अविभाज्य अंग हैं, लेकिन प्रकृति को वश में करने के अशोभनीय प्रयास का परिणाम यह है कि हमारे पास ऊर्जा के प्राकृतिक भंडार खत्म होने वाले हैं। इससे बचने के लिए पौधारोपण अभियान सालों भर जारी रखना अत्यंत जरूरी है। वहीं पर्यावरण प्रेमी अरविद ठाकुर एवं समाजसेवी सुनील दास ने कहा कि धरती आज अपने ही मानव पुत्रों के घिनौने कृत्य से आक्रांत है। यह चिता का विषय है। हमें पौधारोपण अभियान चलाते रहना होगा। पेड़ पौधों की घेराबंदी कर इसकी रक्षा भी करना आवश्यक है, क्योंकि इससे हमें शुद्ध ऑक्सीजन के अलावा इंधन, फर्नीचर आदि के लिए लकड़ी भी मिलती है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी जरूरत होती है। यह पेड़ पौधे हमारे चिरंतन साथी हैं इसकी रक्षा अपनी रक्षा करना है। अधिक से अधिक पौधे लगाकर हम सभी को अपने परिवार और समाज के सुखमय भविष्य के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।


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