सहरसा-सुपौल रेलखंड के बीच एलइडी सिग्नल पर दौड़ेगी ट्रेन
सहरसा। पूर्व-मध्य रेल सहरसा - सुपौल रेलखंड के बीच बुधवार से एलईडी सिग्नल पर ट्रेन का परिचा
सहरसा। पूर्व-मध्य रेल सहरसा - सुपौल रेलखंड के बीच बुधवार से एलईडी सिग्नल पर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया। रेलवे ने इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। अब तक सहरसा से गढ़बरूआरी तक ही एलईडी सिग्नल व्यवस्था पर ट्रेन चल रही थी। गढ़बरूआरी से सुपौल तक मैनुअल व्यवस्था से ट्रेन चलाई जा रही थी। बुधवार से सुपौल से सहरसा के बीच रेलखंड में एलईडी सिग्नल सिस्टम से ट्रेन चलाई जाएगी।
पूर्व-मध्य रेल के डीएसटी कंस्ट्रक्शन एसबी मिश्रा ने बताया कि सुपौल से सहरसा के बीच एलईडी सिग्नल अनुसार ट्रेन चलाई जाएगी। इससे अब दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। वहीं सुपौल से सरायगढ़ के बीच 24 किमी. रेलखंड पर भी सिग्नल सिस्टम का काम द्रुतगति से चल रहा है। यहां बता दें कि इससे पूर्व मैनुल सिग्नल पर काम होता था। जबकि नयी व्यवस्था में ऑटोमेटिक सिग्नल व्यवस्था होगी।
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वैशाली एक्सप्रेस के पेंट्रीकार का बदला संवेदक
सहरसा- नई दिल्ली के बीच चल रही वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन के पेंट्रीकार का संवेदक बदल गया है। अब नए संवेदक ट्रेन में यात्रियों को सेवा देने में लगे हुए हैं। इसके लिए एक दिन पहले ही आइआरसीटीसी के अधिकारी सहरसा स्टेशन पहुंचकर नए संवेदक को पेंट्रीकार को हैंडओवर करवा दिया है। प्रतिदिन चल रही वैशाली एक्सप्रेस का तीन रैक है। इससे पहले वैशाली एक्सप्रेस के पेंट्रीकार का संवेदक आरके एसोसिएट को दिया गया था। नए संवेदक पीआर कुमार पटना को यह कांट्रेक्ट मिला है। रेल अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार तीन साल के लिए पेंट्रीकार उपलब्ध कराया जाता है। इसी पेंट्रीकार के माध्यम से यात्रियों को चलती ट्रेन नाश्ता, चाय व भोजन की उपलब्धता रहती है। आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने नए संवेदक से नियमानुसार यात्रियों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने को कहा है।