120 की स्पीड से चली सुपौल-सरायगढ के बीच ट्रेन
सहरसा। बुधवार को पूर्व मध्य रेल सुपौल-सरायगढ़ के बीच ट्रेन का स्पीडी ट्रायल किया गया। 120 कि
सहरसा। बुधवार को पूर्व मध्य रेल सुपौल-सरायगढ़ के बीच ट्रेन का स्पीडी ट्रायल किया गया। 120 किमी. की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई। सुपौल से सरायगढ़ इस नए आमान परिवर्तन रेल पटरी पर पहली बार 110 से 120 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलायी गयी। रेल अधिकारियों की मौजूदगी में ट्रेन का स्पीडी ट्रायल किया गया। सरायगढ़ से सुपौल 24 किमी. की यात्रा 120 की स्पीड से चलायी गयी। मात्र 22 मिनट में 24 किमी की यात्रा तय की गयी। स्पीड ट्रायल इंजन में एक कोच लगाया गया था। जिस पर रेल अधिकारी सवार थे। ट्रायल इंजन में लोको पायलट रांजेश कुमार, सहायक लोको पायलट रंजीत कुमार एवं गार्ड श्रवन कुमार थे। सहरसा से ही स्पीड ट्रायल ट्रेन अपनी अलग-अलग रफ्तार से सरायगढ़ तक का सफर तय किया। सहरसा से सरायगढ़ के बीच स्पीड ट्रायल ट्रेन सुबह 11.30 बजे खुली। सहरसा से गढ़बरूआरी के बीच 70 किमी की रफ्तार, गढ़बरूआरी से सुपौल के बीच 75 किमी की रफ्तार एवं सुपौल से सरायगढ़ के बीच 65 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलायी गयी। वापसी में सरायगढ़ से सुपौल के बीच 110 से 120 की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल किया गया। जो सफल रहा। स्पीड ट्रायल ट्रेन में रेल निर्माण विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर डीएस श्रीवास्तव सहित रेल निर्माण विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे। रेल निर्माण विभाग की देखरेख में ही आमान परिवर्तन कार्य को पूरा किया गया। रेल निर्माण विभाग ने स्पीड ट्रायल की रिपोर्ट समस्तीपुर मंडल सहित मुख्यालय को भेज दी है।
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सीआरएस निरीक्षण के बाद होगा रेल परिचालन
सुपौल-सरायगढ के बीच स्पीडी ट्रायल के बाद अब सीआरएस निरीक्षण होगा। सीआरएस निरीक्षण की तिथि अब तक निर्धारित नहीं हुई है। लेकिन विभागीय अधिकारी की मानें तो सीआरएस के निरीक्षण के बाद ही सुपौल- सरायगढ के बीच रेल परिचालन शुरू हो पाएगा। हालांकि पूर्व मध्य रेल के मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने सहरसा में निरीक्षण के दौरान बताया था कि मार्च के द्वितीय सप्ताह तक सुपौल- सरायगढ के बीच रेल परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे लगता है कि इससे पहले सीआरएस निरीक्षण होना तय है।