ढूंढने से भी नहीं मिलता शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र
सहरसा। प्रखंड के विभिन्न मध्य विद्यालयों में कार्यरत टीईटी शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र प्रखंड क
सहरसा। प्रखंड के विभिन्न मध्य विद्यालयों में कार्यरत टीईटी शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र प्रखंड कार्यालय में ढूंढने से भी नहीं मिला रहा है। शिक्षकों ने मूल प्रमाण पत्र वापस करने की मांग की तो इसका खुलासा हुआ। प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के अध्यक्ष सह प्रमुख समीम अख्तर पप्पू के समक्ष शिक्षक ने प्रमाण पत्र नहीं मिलनी मामले को लेकर पहुंचे। शिक्षक मुक्ति नाथ, मुकेश पाठक, सीता कुमारी, स्मिता कुमारी, अशोक कुमार ¨सह, परवेज अहमद, मनोज कुमार मनोरंजन, मोहन गुप्ता आदि ने बीडीओ को आवेदन देकर मूल प्रमाण पत्र नहीं मिलने की बात कही है।
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क्या है मामला
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जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 में दर्जनों टीईटी शिक्षकों का नियोजन शिविर के माध्यम से किया गया। तत्कालीन बीडीओ गौतम कृष्ण ने नियोजन प्रक्रिया को स्वच्छ एवं पारदर्शी बनाने की मंशा से सारी प्रक्रिया को अपने हाथों से संपन्न किया। इसमें कार्यालय सहायक और कुछ प्रतिनियुक्त शिक्षकों का भी सहयोग लिया। तत्कालीन प्रमुख आभा ¨सह के साथ शिक्षक नियोजन को लेकर ही तनाव हुआ था।
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निगरानी जांच के कारण जमा लिया जा रहा प्रमाण पत्र
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वर्ष 2012 से 2014 तक की अवधि में नियोजित टीईटी शिक्षकों के नियोजन में गड़बड़ी को लेकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में दर्ज कांड संख्या के बाद निगरानी जांच हेतु शिक्षा विभाग ने प्रमाण पत्र की मांग की है। प्रखंड संसाधन केंद्र में जमा करने हेतु शिक्षक प्रमाण पत्र की खोज करने प्रखंड कार्यालय पहुंचे तो निराशा हाथ लगी। 2012 में नियोजित कुछ शिक्षकों का प्रमाण पत्र मिल सका।
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किसकी होगी जवाबदेही तय
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प्रमाण पत्र गायब होने के मामले में किसकी जवाबदेही तय की जाएगी इसको लेकर असमंजस की स्थिति है। तत्कालीन बीडीओ, कार्यालय सहायक, प्रतिनियुक्त शिक्षक या अन्य किसी को इसके लिए जवाबदेह बनाया जाएगा यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। शिक्षक नियोजन से संबंधित संचिका व कागजात कार्यालय सहायक नवल किशोर ¨सह के पास रहता था। जो सेवा से अवकाश प्राप्त कर चुके हैं। इसके बाद मोहम्मद अब्बास शिक्षक नियोजन से संबंधित कागजों के कस्टोडियन बनाए गए। प्रतिनियुक्त शिक्षकों द्वारा भी शिक्षक नियोजन से संबंधित कार्यों का निपटारा किया जाता था ।
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मूल प्रमाण पत्र की खोज की गई कार्यालय में नहीं मिला। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को देते हुए कार्रवाई की जाएगी। विवेक रंजन बीडीओ नवहट्टा