केबुल के बिना अटका है आमान परिवर्तन कार्य
सहरसा: सहरसा-गढ़बरूआरी के बीच आमान परिवर्तन कार्य केबल की कमी के कारण अटका हुआ ह
सहरसा: सहरसा-गढ़बरूआरी के बीच आमान परिवर्तन कार्य केबल की कमी के कारण अटका हुआ है। पिछले दो वर्ष में सहरसा से गढ़बरूआरी करीब 16 किमी. आमान परिवर्तन कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाने से रेल परिचालन ठप है। हर बार इसके पूरा करने में केबल की कमी का बताकर रेल अधिकारी इसके निर्धारित लक्ष्य को आगे बढ़ा देते है। जबकि केबल की कमी के कारण आमान परिवर्तन काम रूके जाने का मामला लोकसभा में भी उठ चुका है। बावजूद इसके रेल अधिकारी आमान परिवर्तन कार्य को पूरा कराने में सफल नहीं हो पा रहे है।
सहरसा से फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन के नाम पर पिछले एक दशक से सीधी रेल सेवा बंद है। इस रेल खंड में बारी-बारी से आमान परिवर्तन के नाम पर फारबिसगंज- ललितग्राम- राघोपुर-थरबिटिया एवं सहरसा के बीच रेल सेवा बंद कर दी गयी। लेकिन इन एक दशक में एक भी रेल खंड के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। सब जगह आधा अधूरा कार्य कर परियोजना को लटका कर छोड़ दिया गया।
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बिछ चुकी है रेल पटरी
सहरसा से गढबरूआरी के बीच रेल पटरी बिछायी जा चुकी है। बड़ी रेल लाइन की पटरी के बीच ब्लास्ट आदि गिराया गया है। सहरसा स्टेशन से लेकर गढबरूआरी स्टेशन तक विभिन्न स्टेशनों पर टिकट बु¨कग काउंटर सहित प्लेटफार्म का निर्माण करा दिया गया है। सहरसा कचहरी स्टेशन पर शेड आदि का काम बचा हुआ है। लेकिन केबल नहीं रहने के कारण ¨सग्नल का काम शेष है। इसी केबल की कमी को लेकर आमान परिवर्तन कार्य लटका हुआ है।
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लोक सभा में सांसद ने उठाया मामला
सहरसा से गढबरूआरी के बीच आमान परिवर्तन का काम रूके जाने पर ¨चता जताते हुए सुपौल सांसद रंजीत रंजन ने इसे लोकसभा में उठाया था। इस मामले में सांसद ने कहा कि कोसी इलाका का रेल मार्ग सुपौल एवं फारबिसगंज से एकदम कटा हुआ है। जिससे लाखों लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। यह मामला जुलाई 18 में ही सत्र के दौरान उठा था। लेकिन इसका भी कोई असर रेल अधिकारियों पर नहीं दिख रहा है।
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25 दिसंबर 16 को बंद हुई थी रेल सेवा
सहरसा से थरबिटिया के बीच 25 दिसंबर 16 के मध्य रात्रि से छोटी रेल लाइन की ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ही आमान परिवर्तन कार्य शुरू किया गया। रेल निर्माण विभाग के देखरेख में बन रहे आमान परिवर्तन कार्य तो युद्ध स्तर पर शुरू किया गया। लेकिन केबल के अभाव में यह काम अटका रहा। दिसंबर 17 तक ट्रेन परिचालन शुरू करने की तिथि तय की गयी। इसके बाद मार्च 18 तक हर हाल में ट्रेन चलाने की तिथि निर्धारित की गयी। इसके बाद फिर अगस्त- अक्टूबर होते हुए दिसंबर 18 निर्धारित की गयी है। अगर केबल की कमी बरकरार रही तो इस वर्ष भी रेल परिचालन नहीं होने की उम्मीद है।
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सहरसा से गढबरूआरी के बीच प्रथम चरण में आमान परिवर्तन कार्य पूरा होगा। इसके लिए कार्य अंतिम चरण में है। केबल की कमी है। जिसकी उपलब्धता करायी जा रही है। दिसंबर 18 के अंत तक हर हाल में इस रेलखंड में बड़ी रेल लाइन पर ट्रेन चलायी जाएगी।
आरके जैन, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल