नाबालिग से जबरन तैयार बैठी दुल्हन की मांग में भरवाया सिंदूर, कहा-ये तेरी बीवी, हो गई शादी
एक तरफ कोरोना का कहर तो दूसरी तरफ समाज के विचित्र नियम । रिश्तेदारों ने धोखे से एक नाबालिग का अपहरण कर लिया और जबरन उसकी शादी करवा दी। वो कुछ समझ नहीं लोगों ने कहा-ये तेरी बीवी।
सहरसा, जेएनएन। कोरोना वायरस के फैलते स्ंक्रमण के कारण अभी पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन एेसे में भी लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। बिहार में कई जिलों में इस दौरान लॉकडाउन की अवहेलना कर शादी कराई गई तो कहीं जबरन शादी की भी खबरें देखने-सुनने को मिलीं।
ऐसी ही एक शादी रविवार को सहरसा जिले में हुई जिसमें एक नाबालिग को बहला-फुसला कर उसका अपहरण कर लिया गया और उसकी जबरन शादी करा दी गई। नाबालिग की पकड़ुआ शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। घटना सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के मंगरौनी गांव की है। गांव के एक नाबालिग को उसके रिश्तेदारों ने ही झूठ बोलकर अपने जाल में फंसाया और फिर उसे बहला-फुसलाकर अपने गांव घोंघसम ले गए।
गांव में पहले से ही शादी की तैयारी कर ली गई थी और दुल्हन को भी तैयार कर दिया गया था। लड़के को लेकर पहुंचे लोगों ने उसे दुल्हन के पास बैठाया और फिर उसकी जबरन शादी करवा दी गई। लड़का कुछ समझ पाता लोगों ने कहा-ये तेरी दुल्हन है, समझ लो। शादी की बात जब नाबालिग के भाई तक पहुंची तो उसने महिषी थाने में अपने भाई के अपहरण को लेकर आवेदन दिया है। आवेदन में इस शादी में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।
पुलिस को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि घोंघसम निवासी पप्पू यादव, अरविंद यादव एवं नीतीश यादव 26 अप्रैल को मंगरौनी स्थित उनके घर आए। वहां भूसा खरीदने की बात कहकर उनके नाबालिग भाई को अपने साथ ले गए । उनका भाई जब घर वापस नहीं लौटा तो खोज की गई तो कहा गया कि प्रदीप की जबरन शादी रविवार को घोंघसम में करवा दी गई।
वहीं थानाध्यक्ष कमलेश कुमार का कहना है कि अपहरण को लेकर नाबालिग के भाई ने आवेदन दिया था। जांच में यह बात सामने आई कि लड़का अपने मौसी के घर गया था और फिर वह सोमवार को अपने घर लौट गया ।