रेल फैक्ट्री से 26 को नहीं निकलेगा पहला इंजन
सहरसा। मधेपुरा के रेल इंजन फैक्ट्री से 26 फरवरी को पहला इंजन नहीं निकल पाएगा। पूर्व से 28
सहरसा। मधेपुरा के रेल इंजन फैक्ट्री से 26 फरवरी को पहला इंजन नहीं निकल पाएगा। पूर्व से 28 फरवरी को पहला इंजन निकलने की तिथि तय थी बाद में 26 फरवरी को ही इंजन निकलने की बात होने लगी। लेकिन, अब इस तिथि को पहला इलेक्ट्रिक इंजन नहीं निकल पाएगा। इलेक्ट्रिक इंजन को निकालने के लिए अब तक रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के आने की तिथि का निर्धारण नहीं हो पाया है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के बाद ही इंजन निकालने की तिथि तय की जाएगी। इसके बाद ही अधिकारिक तौर पर फैक्ट्री से इंजन निकलेगा।
जानकारी के अनुसार, फैक्ट्री में इंजन बनकर तैयार हो गया है। फैक्ट्री के अंदर ही इंजन का विभिन्न स्तर पर ट्रायल लिया जा रहा है। रेल इंजन कारखाना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 12 हजार हॉर्स पावर का पहला इलेक्ट्रिक इंजन फैक्ट्री से निकालने की घोषणा रेलवे बोर्ड द्वारा की जाएगी। रेल फैक्ट्री में ही करीब एक किलोमीटर तक रेल ट्रेक बिछा हुआ है। इस वित्तीय वर्ष में एक इलेक्ट्रिक इंजन देश को समर्पित किया जाएगा। यह इंजन ट्रेक पर 120 किमी की रफ्तार से चलेगी। रेल अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस इलेक्ट्रिक इंजन को बनाने में फ्रांस के अल्सटॉम कंपनी के 35 इंजीनियर व कर्मी लगे हुए है। यह कंपनी 11 साल में 800 इलेक्ट्रिक इंजन तैयार कर भारतीय रेल को सौंपेगी। इसके लिए मानसी-सहरसा- मधेपुरा के बीच रेल विद्युतीकरण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा करने में रेल विभाग जुटा हुआ है, जिससे इलेक्ट्रिक इंजन को फैक्ट्री से निकालने में सुविधा होगी। हालांकि हाल ही में मुख्य अभियंता विद्युत राकेश तिवारी ने स्पष्ट रूप से सहरसा में निरीक्षण के क्रम में कहा कि मार्च में रेल विद्युतीकरण कार्य हर हाल में पूरा हो जाएगा। कहा जा रहा है कि विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं फ्रांस के प्रधानमंत्री संयुक्त रूप से देश की महत्वपूर्ण रेल परियोजना से इंजन निकालने का शुभारंभ करेंगे। जिस कारण काम में तेजी लायी जा रही है। रेल विद्युतीकरण कार्य में अभी 550 कर्मियों को लगाया गया है।
कोट
फैक्ट्री से इंजन निकालने की तिथि अब तक तय नहीं हो पाई है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद ही तिथि तय होने की संभावना है। बोर्ड के अधिकारी के आने की भी तिथि तय नहीं हुई है।
-आरके गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी, रेल कारखाना, मधेपुरा