राष्ट्र के मान व स्वाभिमान हैं महाराणा प्रताप : डा. रजनीश
जासं सहरसा बुधवार को स्थानीय पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिग कालेज में भारत के महान सपूत महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। जासं सहरसा बुधवार को स्थानीय पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिग कालेज में भारत के महान सपूत महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
जासं, सहरसा : बुधवार को स्थानीय पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिग कालेज में भारत के महान सपूत महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
इस मौके पर कालेज के चेयरमैन डा. रजनीश रंजन ने महाराणा प्रताप के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद संबोधन में कहा कि एक ऐसा अप्रतिम वीर योद्धा जिसका नाम वीरता और ²ढ़-संकल्प का प्रतीक है। एक ऐसा अपराजित शूरवीर सम्राट जिसने मातृ भूमि की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान तक दे दिया। साहसी, स्वाभिमानी, राष्ट्र भक्त महाराणा प्रताप हमेशा लोगों के जेहन में जिदा रहेंगे। इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एन के झा ने कहा कि महाराणा प्रताप राष्ट्र के प्रतीक है और उनका जीवन भारत की पहचान है। राष्ट्र-समाज के लिए त्याग-बलिदान के पर्याय महाराणा प्रताप का जीवन दर्शन भारतीय युवाओं में भारत की सुरक्षा और संरक्षा का संकल्प पैदा करने का माद्दा रखता है। कालेज के प्राध्यापक सह जन संपर्क पदाधिकारी अभय कुमार मनोज ने कहा कि भारत के नौजवानों में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, श्रीकृष्ण से लेकर महाराणा प्रताप और शिवाजी के जीवन चरित्र को शिक्षा के पाठ्यक्रमों में स्थान देने की जरूरत है। जब भी राष्ट्र पर संकट होगा स्वधर्म एवं देश का स्वाभिमान खतरे में होगा उस समय महाराणा प्रताप का त्याग बलिदान इस देश के युवाओं में अमरज्योति का कार्य करेगी। युवा राष्ट्रभक्ति के प्रति अपने निजी जीवन के साथ-साथ देश और समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी व दायित्व का निर्वहन करें। इस मौके पर महाविद्यालय के प्राध्यापक राय, अंशु कुमार गुप्ता,रंजय कुमार राजा,मो नजरें इमाम, रीमा कुमारी सिंह, उमाशंकर सिंह, जमशेद आलम,मो बरख्यत उल्लाह, कार्यालय कर्मी राजेश कुमार सिंह,रोशन सिंह, प्रियेश कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे।