जलजमाव से निजात दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
लगातार हो रही बारिश से जहां आम जनजीवन अस्त - व्यस्त हो गया है वहीं बिहरा - पटोरी बाजार स्थित सहरसा सुपौल मुख्य मार्ग में जमा पानी से तालाब जैसा नजारा दिखने लगा है।
सहरसा। लगातार हो रही बारिश से जहां आम जनजीवन अस्त - व्यस्त हो गया है वहीं बिहरा - पटोरी बाजार स्थित सहरसा सुपौल मुख्य मार्ग में जमा पानी से तालाब जैसा नजारा दिखने लगा है। आवागमन में हो रही कठिनाइयों से आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को जल जमाव से निजात दिलाने की मांग को लेकर बिहरा - पटोरी बाजार स्थित सहरसा - सुपौल मुख्य मार्ग जाम कर दिया। इस दौरान प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गयी। सूचना मिलते ही जाम स्थल पहुंचे बीडीओ मो. असगर अली , थानाध्यक्ष प्रमोद झा एवं पूर्व पार्षद प्रवीण आनंद की पहल व जल निकासी हेतु कार्रवाई शुरू करने के आश्वासन पर जाम समाप्त कर आवागमन बहाल कराया गया। इस बीच लगभग तीन घंटों तक सड़क जाम रहा।
स्थानीय लोगों के अनुसार बिहरा - पटोरी बाजार स्थित सहरसा - सुपौल मुख्य मार्ग में घुटना भर पानी के जमा होने से वाहनों के आवागमन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय व्यवसायी प्रीतेश सिंह सोनू, मनोज दत्ता, मुन्ना झा, कंचन गुप्ता, मनोज भगत एवं फुलेन्द्र सिंह आदि का कहना था कि बिहरा पटोरी बाजार स्थित सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग के दोनों ओर सघन बाजार रहने एवं जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं रहने से हल्की बारिश में भी यहां घुटना भर पानी का जमाव हो जाता है। जलजमाव होने से व्यवसायियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि जल निकासी को लेकर आमलोगों द्वारा कई बार आंदोलनात्मक कदम भी उठाया जा चुका है। मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। सड़क जाम की सूचना पर पहुंचे बीडीओ , थानाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद ने आंदोलनकारियों को समझा एवं जल निकासी की कार्रवाई शुरू करने की आश्वासन पर जाम समाप्त कराया गया।
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कई बार हो चुका है वरन प्रदर्शन व आमरण अनशन
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बिहरा - पटोरी बाजार स्थित सहरसा - सुपौल मुख्य मार्ग में जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने की मांग को लेकर कई बार स्थानीय लोगों एवं व्यवसायियों द्वारा घरना-प्रदर्शन व आमरण अनशन भी किया जा चुका है। मगर हर बार आला अधिकारियों द्वारा जलजमाव से मुक्त कराने की आश्वासन का सब्जबाग दिखा आंदोलन तो समाप्त करवा देते हैं। लेकिन समस्या का निदान नहीं हो पाता है।