रजिस्ट्री नहीं होने से 50 लाख राजस्व का हुआ नुकसान
संवाद सूत्र सहरसा शनिवार को स्थानीय रजिस्ट्री का कार्य बाधित रहने से निबंधन विभाग को करी
संवाद सूत्र, सहरसा : शनिवार को स्थानीय रजिस्ट्री का कार्य बाधित रहने से निबंधन विभाग को करीब 50 लाख रुपये राजस्व का नुकसान हुआ है। रजिस्ट्री कार्यालय का काम काज पूरी तरह बाधित रहा। आरटीपीएस काउंटर भी पूरी तरह बंद था। जिस कारण रजिस्ट्री के लिए पहुंचे लोगों को निराश लौटना पड़ा। निबंधन कार्यालय में पदस्थापित कंप्यूटर सहायक कर्मियों का एक साथ ही अन्य जिलों के निबंधन कार्यालय में स्थानांतरण कर दिया गया। जिस कारण इन कर्मियों को एकसाथ ही शनिवार को जिला अवर निबंधक विनय सौरभ ने मौखिक तौर पर विरमित कर दिया। जिस कारण कंप्यूटर सहायक उपस्थित रहने के बाद एक भी कार्य नहीं कर सके। कार्यालय में ही बैठे कंप्यूटर सहायकों ने रोष जताते हुए कहा कि मौखिक आदेश से ही हम लोगों को विरमित किया जा रहा है। हम लोग स्थानांतरित जगह जाने को तैयार हैं लेकिन विरमन पत्र नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में हमें किस कार्यालय में योगदान देना है इसकी भी जानकारी नहीं है। वर्ष 2016 से अब तक चार बार हमलोगों को स्थानांतरित किया जा चुका है। लेकिन इस वार विभाग बिना किसी आदेश व स्थानांतरण पत्र के बगैर ही मौखिक विरमित करने की कार्रवाई की गयी है। कंप्यूटर सहायक दिनकर कुमार दास, धीरेंद्र कुमार झा, प्रेम कुमार, ओमप्रकाश सिंह, सचिन कुमार, विकास कुमार सिंह, ऋतिका कुमारी, निशा शेखर, सुधीरमणि त्रिपाठी, अरविद कुमार ने विरमित पत्र देने की मांग जिला अवर निबंधक से की है। पूछे जाने पर जिला अवर निबंधक विनय सौरभ ने कहा कि विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा भेजे गए इमेल के आधार पर इन कंप्यूटर सहायकों को विरमित किया गया है। बिना पत्र के विरमित किए जाने संबंधी निर्देश दिए जाने पर उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारी के मौखिक निर्देश के आलोक में इन सबों को विरमित किया गया है। तीन वर्ष से अधिक रहनेवालों को ही स्थानांतरित किया गया है। यह स्थानांतरण पूरे बिहार में किया गया है। सहरसा रजिस्ट्री कार्यालय में दूसरे जगहों से एक भी कंप्यूटर सहायक सहरसा नहीं आए है। इसके बाद पहले से ही कंप्यूटर सहायकों को विरमित किए जाने से कार्यालय का काम पूरी तरह बाधित हो गया है।
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दिन भर भटकते रहे लोग
रजिस्ट्री कार्यालय में काम काज बाधित होने से लोग अपने काम के लिए दिन भर भटकते रहे। आरटीपीएस काउंटर बंद रहने से आम लोगो को भी काफी परेशानी उठानी पडी। वहीं रजिस्ट्री कार्य बंद होने से जरूरतमंद लोंगों की परेशानी बढ गयी कि रजिस्ट्री के लिए अब दो दिन और इंतजार करना पडेगा।