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स्थानांतरण के पांच माह बाद भी लेखा लिपिक ने नहीं सौंपा प्रभार, निलंबित

जासं सहरसा कोसी योजना के सिचाई प्रमंडल वीरपुर (सुपौल) में करीब 18 वर्षों के बाद स्थानांतरि

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 10:47 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 10:47 PM (IST)
स्थानांतरण के पांच माह बाद भी लेखा लिपिक ने नहीं सौंपा प्रभार, निलंबित

जासं, सहरसा: कोसी योजना के सिचाई प्रमंडल वीरपुर (सुपौल) में करीब 18 वर्षों के बाद स्थानांतरित किये गये लेखा लिपिक मुकेश कुमार द्वारा पांच माह बाद भी प्रभार नहीं सौंपे जाने पर विभाग ने कार्रवाई की है। विभाग के मुख्य अभियंता ले लेखा लिपिक पर अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है।

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जानकारी के अनुसार लेखा लिपिक वीरपुर में वर्ष 2002 से पदस्थापित थे। जिसके बाद 20 जून 20 को मुख्य अभियंता सहरसा द्वारा इनका स्थानांतरण अररिया सिचाई प्रमंडल कर दिया गया। परंतु लिपिक द्वारा विभागीय संचिका का प्रभार नहीं सौंपा गया। अधीक्षण अभियंता समेत अन्य द्वारा लगातार पत्राचार के बाद भी प्रभार नहीं सौंपे जाने पर इनपर निलंबन की गाज गिरी है। उल्लेखनीय है कि प्रभारी नहीं दिए जाने के कारण विभागीय कार्य में बाधा उत्पन्न होने पर विभाग के कार्यपालक अभियंता ने सुपौल के डीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई का अनुरोध किया था। सुपौल डीएम ने वीरपुर एसडीओ को दंडाधिकारी व पुलिस बल की मौजूदगी में इनवेंटरी बनाकर प्रभार दिलाने को कहा। जिसके बाद एसडीओ ने सीओ और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस बल जब इनवेंट्री बनाने कार्यालय पहुंचे तो अचानक स्थानांतरित लेखा लिपिक मुकेश कुमार उपस्थित हो गये और 22 अक्टूबर तक प्रभार सौंपे जाने की बात कही। परंतु लेखा लिपिक ने प्रभार नहीं सौंपा। जिसके बाद कार्यपालक अभियंता ने अधीक्षण अभियंता को पूरे मामले की जानकारी दी। और कार्रवाई का अनुरोध किया। अधीक्षण अभियंता के पत्र के आलोक में मुख्य अभियंता ने उन्हें निलंबित कर दिया। इधर, जहां मुकेश कुमार का पदस्थापन हुआ है वहां के कार्यपालक अभियंता नहर प्रमंडल ने कार्यपालक अभियंता वीरपुर को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है कि लेखा लिपिक पांच अगस्त से ही बिना सूचना के गायब हैं। सबसे खास यह है कि उक्त विभाग के लेखा से संबंधित जानकारी जब सुपौल के भ्रष्टाचार जागरूकता अभियान के अनिल कुमार सिंह ने सूचना अधिकार से जानकारी मांगी तो सूचना देकर कहा गया कि प्रभार नहीं मिलने के कारण सूचना नहीं दी जा सकती है। जिसके बाद उन्होंने भी वरीय अधिकारी को पत्र लिखकर गोलमाल की आशंका जताते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया था।

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प्रभार नहीं सौंपे जाने के कारण डिवीजन का कार्य प्रभावित हो रहा था। जिस कारण लेखा लिपिक मुकेश कुमार पर अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया है।

सतीश कुमार, मुख्य अभियंता, सिचाई सृजन, जल संसाधन विभाग, सहरसा।


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