कोसी नदी का घटा डिस्चार्ज, लोगों को बाढ़ से नहीं मिल रही राहत
सहरसा। बुधवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज घटकर दो लाख से नीचे एक लाख 78 हजार पर आ गया है लेकिन गांव के लोगों को बाढ़ से राहत नहीं मिल पाई है।
सहरसा। बुधवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज घटकर दो लाख से नीचे एक लाख 78 हजार पर आ गया है, लेकिन गांव के लोगों को बाढ़ से राहत नहीं मिल पाई है। लोगों के घरों में अब भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। सड़कों पर पानी बह रहा है। जबकि बलान नदी का जलस्तर कम नहीं हुआ है। इसके कारण घोंघेपुर, मनोवर एवं बघवा पंचायतवासियों के लिए परेशानी बढ़ी हुई है।
घोंघेपुर के दिनेश सादा ने बताया कि घोंघेपुर के समीप कोशी पश्चिमी तटबंध खत्म हो जाती है। बलान का पूर्वी तटबंध यहां समाप्त होता है। जिसके कारण इस पंचायत के घोंघेपुर, सोहरवा, बालुबाड़ी, शंकरथुआ, टंकी भरना जैसे गांवों में दोनों ही नदी के पानी से लोग परेशान रहते हैं। खोरारतर निवासी ब्रह्मादेव यादव बताते हैं कि बाढ़ के पानी ने पिछले तीन वर्षो में सबसे ज्यादा इस बार कठिनाई पैदा की है। लोगों का घर से निकलना बंद है। खासकर महिलाओं को होने वाली परेशानी बढ़ी हुई है। पीपरपांती के मो.नईम ने बताया कि सड़कों पर बाढ़ का पानी, घरों में पानी, सरकारी नाव की सुविधा नहीं रहने से परेशानी है। जलई पुनर्वास के मो. हबीबउल्लाह ने बताया कि घर के समीप पानी धारा को देख लोग हमलोग सहमे रहते हैं। बघवा, बीरगांव, कुंदह, भेलाही, ऐना, खोजराहा, झाड़ा गांव के लोग भी बाढ़ के कारण होने वाली परेशानी को कहते नहीं थकते। परेशान और बाढ़ में सब कुछ लुटा चुके किसानों को तो बस सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता की ही आस बची है।