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रसोइया को न्यूनतम वेतन 18 हजार करना होगा

सहरसा। गुरुवार को एमडीएम कार्यालय के समक्ष रसोइयों का दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल ज

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 12:56 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 12:56 AM (IST)
रसोइया को न्यूनतम वेतन 18 हजार करना होगा
रसोइया को न्यूनतम वेतन 18 हजार करना होगा

सहरसा। गुरुवार को एमडीएम कार्यालय के समक्ष रसोइयों का दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा। रसोइयों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए न्यूनतम वेतन 18000 हजार रूपये करने की मांग पर डटे रहे। रसोईयों का कहना था कि दिन भर काम करने के बाद सही मजदूरी भी नहीं मिलती है। स्कूल में न सुरक्षा का कोई इंतजाम रहता है। रसोईयों के हड़ताल से कई स्कूलों में एमडीएम के बंद रहने की भी सूचना मिली है। मध्याह्न भोजन योजना को सफल बनाने में रसोईया महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। रसोईयों को बहुत ही कम मानदेय पर काम करना पड़ रहा है। 6-7 घंटे काम करने के बाद भी मुश्किल से 1250 रूपये महीने मिलता है। उसमें से भी साल भर में दस महीने का ही मानेदय मिलता है। सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी से कम पैसा रसोइया को मिलता है। बिहार राज्य मध्याह्न भोजन रसोईया संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर एमडीएम कार्यालय में दूसरे दिन भी रसोईयों ने बडी संख्या में हिस्सा लिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे।

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रसोईयों ने एमडीएम रसोइया का पारिश्रामिक तत्काल बढ़ाने एवं न्यूनतम वेतन 18000 प्रतिमाह करने, केरल, हरियाणा, कर्नाटक, गोवा, त्रिपुरा सहित अन्य राज्यों की तरह बिहार के एमडीएम रसोईया को भी राज्यांश में बढोत्तरी कर प्रतिमाह पारिश्रामिक में बढोत्तरी सुनिश्चित करने, 45वें और 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू करने, मध्याह्न भोजन कर्मी को स्कूल की चतुर्थवर्गीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने, 3000 रूपये प्रतिमाह पेंशन, ग्रेच्युटी, भविष्यनिधि, चिकित्सा सुविधा, इएसआई आदि सभी योजना कर्मियों के लिए लागू करने, 10 महीना के बजाय 12 महीना का पारिश्रामिक का प्रत्येक महीना के प्रथम सप्ताह में भुगतान करने, मध्याह्न भोजन कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, चिकित्सा बीमा सहित मृत्यु होने पर 5 लाख रूपये की अनुदान राशि उपलब्ध कराने, मध्याह्न भोजन कर्मियों को 180 दिन का सवैतनिक मातृत्व अवकाश, आकस्मिक अवकाश दिए जाने की मांग की है। प्रदर्शन करनेवालों में समिति के जिला सचिव ब्यास, शिवानंद विश्वास, विनोद यादव, दिलीप ठाकुर, नंदलाल चौधरी, सवीता देवी, लाल मोहर यादव, धरिदेव साह, मीना देवी, हीरा देवी, संतोष राय, विनोद यादव, रामचंद्र यादव, मो मुमताज, यशोदा देवी, सीता देवी, रीता देवी, मुन्नी सहित अन्य शामिल थे।


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