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रेल इंजन के लाखों का डीजल बेचा

सहरसा। बुधवार को रेल डीजल डिपो में रेल इंजन के लिए लाया जानेवाला डीजल को टैंक लॉरी ड्र

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 07:30 PM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 07:30 PM (IST)
रेल इंजन के लाखों का डीजल बेचा
रेल इंजन के लाखों का डीजल बेचा

सहरसा। बुधवार को रेल डीजल डिपो में रेल इंजन के लिए लाया जानेवाला डीजल को टैंक लॉरी ड्राइवर द्वारा रास्ते में ही बेच दिए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब छापामारी टीम ने आरसीडी में तैल टैंक लॉरी द्वारा बिना मापी के ही तेल निकाल रहा था। इस मामले में टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रक ड्राइवर को पकड़ा तो मामला का उद्भेदन हुआ। टैंक लॉरी से तेल निकालने के दौरान 4600 लीटर डीजल कम था। पूछने पर ड्राइवर ने स्वीकारा कि डीजल तेल डिपो इंचार्ज लाल बाबू के कहने पर ही समस्तीपुर के रोसड़ा के पास एक पेट्रोल पंप को बेच दिया है। इस घटना के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया है। विश्वस्त रेल अधिकारियों से मिली जानकारी मुताबिक समस्तीपुर रेल मंडल को शिकायत मिली थी कि सहरसा डीजल डिपो की मिलीभगत से डीजल की अवैध बिक्री की जा रही है। प्रतिदिन लाखों को डीजल अवैध ढंग से बेचा जा रहा है। इसी शिकायत पर रेल अधिकारियेां ने अपना जाल बिछाया और बुधवार को करीब 12 बजे दिन में जैसे ही आरसीडी में टैंक लॉरी नंबर बीआर09 एम -7991 घुसी और बिना माप मेजरमेंट के ही डीजल निकालना शुरू कर दिया गया। इसके बाद छापामार टीम में शामिल बनमनखी के आरपीएफ इंस्पेक्टर विद्यासागर पाण्डेय ने मौके पर ही ड्राइवर से पूछताछ किया और तेल का मिलान किया तो टैंक लॉरी का एक चैम्बर तेल खाली था। जबकि बरौनी से तेल भरकर चला था। इसी पर उसने ड्राइवर से जब गायब डीजल की खोजबीन की तो ड्राइवर ने बताया कि 4600 लीटर डीजल रोसड़ा के एक पेट्रोल पंप पर बेच दिया। इधर इस घटना के बाद छापामार टीम में शामिल अधिकारी ने इसकी विस्तृत जानकारी वरीय पुलिस पदाधिकारी को दे दी है। इस मामले में ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

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बिना मापी के कैसे हो रहा था डीजल की निकासी

सहरसा स्टेशन समीप लोको शेड स्थित डीजल डिपो में बिना मापी के टैंक लॉरी से कैसे डीजल की निकासी की जा रही थी। यह जांच का विषय है। ड्यूटी पर तैनात कर्मी कैसे डीजल निकासी बिना मैनेजमेंट के डीजल निकालना शुरू कर दिया। अगर इसकी गहराई रूप से छानबीन व जांच करें तो बड़ा डीजल घोटाला सामने आएगा।

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पहले भी करोड़ों की हो चुकी है हेराफेरी

डीजल डिपो से इससे पहले भी करोड़ो रूपये के डीजल की हेराफेरी हो चुकी है। इस मामले में एक कर्मी के निलंबित होने की भी कार्रवाई भी चुकी है। कई ट्रक डीजल भरकर बरौनी रिफाइनरी से सहरसा के लिए चला और उसे रास्ते में ही बेच दिया गया। इस मामले की जांच की गयी और जांच कार्य में घोटाला को पकडा गया।


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