प्रशांत भूषण के समर्थन में उतरे वामपंथी कार्यकर्ता
सहरसा। चर्चित एडवोकेट प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का दोषी ठहराने के खिलाफ भ
सहरसा। चर्चित एडवोकेट प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का दोषी ठहराने के खिलाफ भाकपा माले के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर गुरूवार को शहर के सहरसा कचहरी अंबेडकर नगर वार्ड नं एक स्थित भाकपा माले कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर देशव्यापी विरोध दिवस मनाया गया। इस मौके पर भाकपा माले जिला सचिव ललन यादव ने कहा कि जिस प्रकार देश चर्चित एडवोकेट प्रशांत भूषण को अदालती अवमानना के बहाने दोषी ठहराया जा रहा है। यह एक तरह से अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला के साथ-साथ लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों का हनन हैं। प्रशांत भूषण की आलोचना अवमानना नहीं है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई, इडी से लेकर तमाम संवैधानिक संस्थाओं की स्वायतता खत्म होते जा रहे हैं। बहुत से संवैधानिक संस्थान और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हुए लोग रबर स्टाम्प की तरह काम कर रहे हैं। दबाव, भय आदि के आधार पर कई फैसले सामने आ रहे हैं। वक्ताओं ने भाकपा माले कार्यालय परिसर में आयोजित विरोध दिवस को संबोधित करते हुए अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बंद करने, लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों पर हमला बंद करने और प्रशांत भूषण को सजा सुनना बंद किये जाने की मांग की है। विरोध दिवस के मौके पर इंसाफ मंच के जिलाध्यक्ष नईम आलम, खेग्रामस के राष्ट्रीय पार्षद विक्की राम, निर्माण मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष बिजेन्द्र यादव, माले नगर सचिव कुंदन कुमार, मनरेगा मजदूर सभा के जिला सचिव रमेश शर्मा, सत्तरकटैया प्रखंड सचिव अशोक यादव उर्फ बटन, नगर कमेटी सदस्य पवन ठाकुर, प्रदीप मल्लिक, सज्जन राय, दीपक सम्राट सहित अन्य मौजूद थे।