लापरवाह पीआरएस की सजा भुगत रहे मजदूर
सहरसा। कोरोना लॉकडाउन में सरकार मजदूरों को मजदूरी उपलब्ध कराने के लिए घोषणाएं तो क
सहरसा। कोरोना लॉकडाउन में सरकार मजदूरों को मजदूरी उपलब्ध कराने के लिए घोषणाएं तो कर रही हैं लेकिन सरजमीं पर पीआरएस की लापरवाही के कारण मजदूरों का इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। खरका तेलवा पंचायत के दिबरा, रमौती, औरिया आदि गांव में दर्जनों लोगों ने पशुशेड एवं बकरी शेड का निर्माण अपने जमीन में किया। सरकारी प्रावधान के अनुसार निर्माण कार्य में जुड़े लाभार्थी को इसकी मजदूरी का भुगतान भी किया जाना है। पति-पत्नी और बच्चों ने मिलकर शेड खड़ा किया, लेकिन भुगतान आज तक नहीं मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत रोजगारसेवक संजय कुमार झा कार्य के प्रगति का अवलोकन करने या कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए कार्यस्थल पर नहीं आते हैं।
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मजदूरी भुगतान के इंतजार में लाभुक
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खरका तेलवा पंचायत के रमौती गांव में मो अशफाक, दिबरा में में नदीम अख्तर, ओरिया में साधु शरण भारती, शंभू यादव, लखन साह, दिबरा में गुलाम हैदर, अतीक उल्लाह, नूर आलम, मो फारुख, मो असलम्र, मसोमात आयशा, कोशिश, मोहम्मद जुबेर आदि ने बकरी शेड का निर्माण किया है। मजदूरी की बात तो दूर लाभार्थियों ने सीमेंट, ईंट, बालू आदि में जो खर्च किया है, उसका भी भुगतान नहीं हो पाया है जिसके कारण दुकानदार का ताना सहना पड़ रहा है।