बैंक की कार्यशैली आपत्तिजनक : एसपी
सहरसा। दरभंगा-सहरसा सीमा पर हुए निजी फाइनेंस कंपनी फिनो पेमेंट्स के डिस्ट्रीब्यूटर से लूटपाट के मामले का पुलिस ने उजागर कर दिया है। पुलिस इस मामले में बैंक की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है।
सहरसा। दरभंगा-सहरसा सीमा पर हुए निजी फाइनेंस कंपनी फिनो पेमेंट्स के डिस्ट्रीब्यूटर से लूटपाट के मामले का पुलिस ने उजागर कर दिया है। पुलिस इस मामले में बैंक की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है।
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि इस बैंक का जिले में कहीं कार्यालय नहीं है और न ही कहीं सीएसपी है। इसके बावजूद लाखों रुपये का कारोबार किया जा रहा है। छानबीन में यह बात सामने आई है कि इस कथित डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा लाखों की राशि ले जाई जाती थी और सड़क किनारे या गांव में रकम अपने मर्चेंट (गांव में बैंक के लिए रुपये जमा और निकासी का काम करने वाले युवक) को दी जाती थी। यह गांव के लोगों से अंगूठे का निशान लेकर उन्हें राशि देता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार लाखों रुपये का कारोबार प्रतिदिन हो रहा है जबकि जिले में सभी बैंक और सीपएसपी सीएपपी को अधिक राशि के लेनदेन पर पुलिस को सूचित करने का निर्देश पूर्व से दिया गया है। कहा कि इस मामले में फिनो बैंक पेमेंट्स के अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
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दो दिनों तक घर में रखा रुपये
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एसपी ने बताया कि फिनो बैंक पेमेंट्स का डिस्ट्रीब्यूटर अली नगर निवासी मसिह उज्जमां द्वारा विभिन्न फाइनेंस कंपनियों से 23 लाख रुपये निकालने की बातें सामने आई है। वादी के द्वारा यह राशि दो दिनों तक अपने घर में रखने की बात भी सामने आई है। इसके बाद राशि वितरण के लिए बस से गये। एसपी ने कहा कि बदमाशों ने पूछताछ में महज दस लाख रुपये लूटने की बात स्वीकार की है। सात लाख तीस हजार आठ सौ रुपये लुटेरों से बरामद किये गये जबकि लगभग तीन लाख रुपये बदमाशों के द्वारा खर्च करने की बात सामने आई है।