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सहरसा- फारबिसगंज आमान परिवर्तन कार्य में मिला 150 करोड़

बजट में पूर्व मध्य रेल को पर्याप्त धनराशि का किया आवंटन पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में लंबित पड़ी सभी

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 06:44 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 06:44 PM (IST)
सहरसा- फारबिसगंज आमान परिवर्तन कार्य में मिला 150 करोड़

बजट में पूर्व मध्य रेल को पर्याप्त धनराशि का किया आवंटन

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पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में लंबित पड़ी सभी योजनाओं में मिली धन राशि

वर्ष 2020-21 में बजट में पूर्व मध्य रेल को 4614 करोड़ रूपये का मिला आवंटन

जासं, सहरसा: संसद में प्रस्तुत आम बजट में पूर्व मध्य रेल के विकास, विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए पर्याप्त धन राशि का आवंटन किया गया है। पूर्व मध्य रेल में लंबित पड़ी सभी योजनाओं को धन राशि मिली है। वर्ष 2020-21 में बजट में पूर्व मध्य रेल को 4614 करोड़ रुपये का आवंटन मिला है। जिससे नई रेल परियोजनाओं, आमान परिवर्तन, विद्युतीकरण सहित सभी परियोजनाएं तथा यात्री सुविधा से संबंधित कार्यों में और अधिक गति लायी जा सके। इस बजट में पूर्व मध्य रेल श्रेत्राधिकार में चल रहे नई रेल लाइन निर्माण कार्य के लिए करीब 459 करोड़ रूपए, आमान परिवर्तन कार्यों हेतु 173 करोड़ एवं दोहरीकरण कार्य हेतु 54 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। जिससे परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा किया जा सकें। पूर्व मध्य रेल सहरसा से फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन एवं सकरी- लौकहा बाजार- निर्मली के बीच आमान परिवर्तन कार्य करीब 206 किमी लंबी रेल लाइन निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपए आवंटित किया है। वहीं जयनगर- बीजलपुरा-बारदीबास नेपाल के बीच विस्तार सहित आमान परिवर्तन पर 69 किमी रेल लाइन के लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किया है।

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13 वर्षों से बंद ही सीधी रेल सेवा

पूर्व मध्य रेल सहरसा से फारबिसगंज के बीच सीधी रेल सेवा पिछले 13 वर्षों से बंद है। वर्ष 2007 में ही आमान परिवर्तन के नाम पर फारबिसगंज- ललितग्राम के बीच रेल सेवा बंद कर दी गयी थी। इसके बाद वर्ष 2008 में आयी कुसहा त्रासदी में पूरी रेल व्यवस्था ही छिन्न-भिन्न हो गयी। जिस कारण रेल सेवा राघोपुर तक पूरी तरह बंद हो गयी। इसके बाद धीरे-धीरे सहरसा तक रेल सेवा वर्ष 2016 में बंद हो गया। आमान परिवर्तन कार्य चलता रहा। करीब दो वर्ष से अधिक दिन बीतने के बाद वर्ष 2019 में सहरसा से सुपौल के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूरा कर रेल परिचालन बहाल किया गया। आवंटन के अभाव में ही निर्माण कार्य में शिथिलता आ गयी थी। अब प्रर्याप्त आवटंन मिलने से सुपौल से फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन कार्य में तेजी आएगी और 20-21 वित्तीय वर्ष के अंदर निर्धारित लक्ष्य तक कार्य पूरा होने की अब उम्मीद बढ गयी है।

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बजट में रेल को मिली पर्याप्त राशि

सहरसा- फारबिसगंज आमान परिवर्तन सहित अन्य रेल खंड में भी निर्माणाधीन आमान परिवर्तन कार्य में पर्याप्त राशि का आवंटन मिला है। जिससे समय रहते निश्चित समय सीमा के अंदर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल


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