श्रीउग्रतारा न्यास समिति के गठन का ग्रामीणों ने किया विरोध
संसू महिषी (सहरसा) बिना आमसभा बुलाए श्री उग्रतारा न्यास समिति का सीओ द्वारा गठन किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ के समक्ष विरोध दर्ज किया।
संसू, महिषी (सहरसा) : बिना आमसभा बुलाए श्री उग्रतारा न्यास समिति का सीओ द्वारा गठन किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ के समक्ष विरोध दर्ज किया।
इस दौरान ग्रामीणों द्वारा पूछे जाने पर सीओ देवनंदन सिंह ने भी स्वीकार किया कि न्यास समिति के पुनर्गठन के लिए उनके द्वारा आमसभा नहीं बुलाई गई। दो सौ से अधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर ग्रामीणों ने नवगठित न्यास समिति को रद कर न्यास समिति के पुनर्गठन के लिए आमसभा बुलाए जाने की मांग की है।
श्री उग्रतारा न्यास समिति के सदस्यों का कार्यकाल अगस्त माह में समाप्त होने के बाद अगस्त में ही जिलाधिकारी को न्यास समिति के पुनर्गठन के लिए पत्र भेजा गया था परंतु जिला प्रशासन पुनर्गठन को लेकर उदासीन बना रहा। अचानक अक्टूबर माह में पंचायत आम चुनाव के दौरान न्यास समिति पुनर्गठन के लिए प्रशासनिक स्तर से सुगबुगाहट शुरू हो गई जिसका ग्रामीणों द्वारा यह कहकर विरोध किया गया कि चुनाव के दौरान समिति गठन किए जाने से चुनावी माहौल पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन इसी बीच सीओ द्वारा गुपचुप तरीके से न्यास समिति का पुनर्गठन कर दिया गया। सोमवार को जब इससे संबंधित पत्र न्यास समिति के पूर्व सचिव पियूष रंजन को प्राप्त हुआ तो ग्रामीणों का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया तथा ग्रामीण सीओ से मिलने उनके वेश्म में पहुंच गए। जहां सीओ ने स्वीकार किया कि न्यास समिति पुनर्गठन के लिए आमसभा नहीं बुलाई गई थी। उनपर बनाए गए राजनैतिक दवाब में उनके द्वारा समिति का पुनर्गठन कर दिया गया। अब अगर ग्रामीणों द्वारा निरस्त करने का आवेदन प्राप्त होता है तो उनके द्वारा समिति को निरस्त करने की अनुशंसा की जाएगी। इस दौरान पवन चौधरी, सुमन ठाकुर, शत्रुध्न चौधरी, शंकर झा, राणा चौधरी, मिथिलेश झा सहित सैंकड़ों की संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे ग्रामीण।