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2015 के विस चुनाव में अपनी जमानत नहीं बचा सके थे अधिकांश प्रत्याशी

सहरसा। विधानसभा चुनाव 2020 सिर पर है। ऐसे में बीते विधानसभा चुनाव की लड़ाई लोगों को याद आन

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 05:00 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 05:00 PM (IST)
2015 के विस चुनाव में अपनी जमानत 
नहीं बचा सके थे अधिकांश प्रत्याशी
2015 के विस चुनाव में अपनी जमानत नहीं बचा सके थे अधिकांश प्रत्याशी

सहरसा। विधानसभा चुनाव 2020 सिर पर है। ऐसे में बीते विधानसभा चुनाव की लड़ाई लोगों को याद आने लगी है। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में अधिकांश प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे। जिले के चार विधानसभा सीट पर विजयी व निकटतम प्रत्याशी को छोड़ दें तो मात्र तीन प्रत्याशी ही अपनी जमानत बचाने में सफल रहे थे।

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सोनवर्षा व सहरसा में नहीं, दो खेमों में बंटे थे मतदाता

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वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में एकतरफ जदयू, राजद, कांग्रेस व अन्य एक तरफ थे। वहीं भाजपा, लोजपा और रालोसपा दूसरी तरफ। मतदाता भी दो खेमों में साफ तौर बंटे हुए थे। यही कारण हुआ कि सोनवर्षा और सहरसा विधानसभा में दलीय प्रत्याशी को छोड़कर कोई अपनी जमानत तक नहीं बचा पाया।

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महिषी में दो प्रत्याशियों ने बचा ली थी अपनी जमानत

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बीते विधानसभा चुनाव में महिषी विधानसभा क्षेत्र से राजद के डा. अब्दुल गफूर विजयी हुए थे। उनके खिलाफ एनडीए गठबंधन से रालोसपा उम्मीदवार चंदन कुमार बागची मुख्य मुकाबले में थे। यहां जनअधिकार पार्टी (लो.) से नवहट्टा के पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण उम्मीदवार थे। जबकि निर्दलीय पूनम देव भी चुनाव मैदान में थीं। यहां गठबंधनों की लड़ाई में गौतम कृष्ण व पूनम देव अपनी जमानत बचाने में सफल रहे थे।

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बख्तियारपुर में एक प्रत्याशी की बची थी जमानत

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सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट पर वर्तमान में मधेपुरा संसदीय सीट से सांसद दिनेशचंद्र यादव जदयू की टिकट पर उम्मीदवार थे जबकि एनडीए गठबंधन से लोजपा की टिकट पर खगड़िया के सांसद महबूब अली कैशर के पुत्र युसूफ सलाउद्दीन मुख्य मुकाबले में थे। यहां से दिनेशचंद्र यादव ने चुनाव जीता था जबकि निर्दलीय रितेश रंजन यहां अपनी जमानत बचाने में कामयाब रहे थे।

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आंकड़ों की नजर में 2015 विधानसभा चुनाव

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74 सुरक्षित सोनवर्षा विधानसभा

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कुल मतदाता - दो लाख 82 हजार 972 मतदाता

मत पड़े - एक लाख 42 हजार 388 मत

जमानत बचाने के लिए चाहिए था वोट - 8544 मत

विजयी उम्मीदवार - जदयू के रत्नेश सादा को 88739 मत

निकटतम प्रत्याशी - लोजपा की सरिता देवी को 35026 मत

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75 सहरसा विधानसभा क्षेत्र

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कुल मतदाता - तीन लाख 34 हजार 629

मत पड़े - एक लाख 88 हजार 736

जमानत बचा पाने के लिए चाहिए था वोट - 11325 मत

विजयी उम्मीदवार - राजद के अरूण कुमार को 102850 मत

निकटतम प्रत्याशी - भाजपा के डा. आलोक रंजन को 63644 मत

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76 सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र

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कुल मतदाता - तीन लाख 41 हजार 144

मत पड़े - एक लाख 57 हजार 632

जमानत बचाने के लिए चाहिए था वोट - 9458 मत

विजय उम्मीदवार -जदयू के दिनेशचंद्र यादव को 78514 मत

निकटतम प्रत्याशी - लोजपा के युसुफ सलाउद्दीन को 40708 मत

निर्दलीय रितेश रंजन को - 9847 मत

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77 महिषी विधानसभा क्षेत्र

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कुल मतदाता - दो लाख 72 हजार 135

मत पड़े - एक लाख 36 हजार 878

जमानत बचाने के लिए चाहिए था - 8213 मत

विजय उम्मीदवार - राजद के डा. अब्दुल गफूर को 56436 मत

निकटतम प्रत्याशी - रालोसपा के चंदन बागची को 30301 मत

जाप के गौतम कृष्ण को - 19958 मत

निर्दलीय पूनम देव को - 11361 मत


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