शहरवासियों के लिए नासूर बनी जाम की समस्या
शहर में हर दिन लगने वाली जाम की समस्या स्थानीय लोगों के लिए नासूर बन गई है।
रोहतास। शहर में हर दिन लगने वाली जाम की समस्या स्थानीय लोगों के लिए नासूर बन गई है। चौक-चौराहों पर किए गए अतिक्रमण व अवैध पार्किंग के बीच गुजर रहे भारी वाहन बाजार में कहीं न कहीं अक्सर फंस जाते हैं, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। यह घटना किसी एक दिन की नहीं, बल्कि आए दिन यहां जाम की समस्या से शहरवासियों को जुझना पड़ता है। जाम भी ऐसी कि उससे निकलने में बाइक सवार को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जाम की सबसे बड़ी समस्या फिलहाल सासाराम-चौसा पथ में है, जहां भारी वाहन सड़क के बीचो-बीच घंटों फंसे रहते हैं। अबैध पार्किंग व अतिक्रमण से हो रहा जाम:
शहर की सड़कों पर मनमाने ढंग से किए जा रहे वाहनों की पार्किंग जिसमें प्राईवेट टैक्सी के अलावा बस भी हैं, बड़ी समस्या खड़ी कर रहे हैं। सड़कों के किनारे बेरोक-टोक वाहन खडा़ कर दिया जाता है। इतना ही नहीं ठेले व खोमचे वाले भी सड़क के किनारे ही अपनी दुकान सजा लेते हैं। जिसका परिणाम होता है कि अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शहर से होकर गुजरते हैं बालू लदे वाहन:
बालू कारोबारी सोन नदी से उतर प्रदेश बालू ले जाने के लिए सासाराम-चौसा पथ को सबसे सुगम मार्ग मानते हैं। डेहरी व आस पास के घाटों से बालू लादकर सैकड़ों ओवरलोडेड ट्रक इस मार्ग से होकर गुजरते हैं। जिसके चलते बाजार में करीब दो किलोमीटर तक यह सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं। जर्जर सड़क से गुजर रहे ट्रक अक्सर गड्ढे में फंस जाते हैं। इससे जाम की समस्या उत्पन हो जाती है। स्थानीय निवासी बिक्रमा सिंह, पारसनाथ सिंह, विमलेश पांडेय, दीपक दूबे, लोहा सिंह आदि कहते हैं कि वर्षों से ध्वस्त सासाराम चौसा पथ का जीर्णोद्धार यदि पेट्रोल पंप से लेकर विद्युत उपकेंद्र तक करा दिया जाए, तो लोगों को जाम की समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी।