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बापू के सात वचन से साहब हासिल करेंगे सत्कर्म का ज्ञान

रोहतास। शासन व प्रशासन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 01:17 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 01:17 AM (IST)
बापू के सात वचन से साहब हासिल करेंगे सत्कर्म का ज्ञान
बापू के सात वचन से साहब हासिल करेंगे सत्कर्म का ज्ञान

रोहतास। शासन व प्रशासन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों को बच्चों से लेकर अधिकारी व कर्मी तक आत्मसात करेंगे। जहां प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रार्थना सत्र के दौरान प्रतिदिन गांधी कथा वाचन हो रहा है। वहीं अब स्कूल व दफ्तर की दीवार पर बापू द्वारा उपदेशित सात वैसे वचन, जो गलत आचरण (पाप कर्म) से बचा अच्छे आचरण की नसीहत दे सके, उसे अंकित किया जाएगा, ताकि वे लोगों में सत्कर्म की बात आ सके।

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सोमवार को करगहर प्रखंड के कुसही गांव में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी कार्यों में पारदर्शिता लाने व भ्रष्टाचारमुक्त शासन-प्रशासन देने के उद्देश्य से दफ्तर व स्कूलों की दीवार पर बापू के सात वैसे वचन को अंकित कराने की बात कही है। जिससे लोगों को गलत आचरण से तौबा कर सत्कर्म करने की नसीहत मिल सके। यही नहीं बच्चों में शुरूआती दौर से सत्कर्म की बात आए, इस उद्देश्य से प्रतिदिन चेतना सत्र के दौरान गांधी का कथा वाचन भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि साफ तौर पर कहा कि गलत काम करने वालों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। जो गलत काम करेगा, वह सलाखों के पीछे होगा। बापू ने जिस ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना की थी, उसे लाना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। डेढ़ सौ वर्ष पूरा होने पर लगातार दो वर्ष तक गांधी जयंती मना उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।

बापू के प्रमुख वचन :

- व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है, वह जो सोचता है, वह बन जाता है।

- कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है, क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है।

- ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है, यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।

- धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है।

- गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में।

- आप जो करते हैं वह नगण्य होगा, लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है।

- हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा।

- किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।

- कोई कायर प्यार नहीं कर सकता।

- स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है, न कि सोना और चांदी।


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