सोन नदी तट पर छापेमारी कर 26 क्विटल महुआ बरामद
बताते चलें कि जंगली क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र के लोगों की आय का स्त्रोत महुआ पियार समेत कई जंगली फल है जिन्हें चुनकर बेचने का काम स्थानीय लोग करते हैं। राज्य में शराबबंदी लागू होने के बाद महुआ रखना और उसकी बिक्री करना कानूनन अपराध माना जाता है। फिर भी झारखंड और उत्तरप्रदेश से सटे जिले गढ़वा पलामू सोनभद्र मिर्जापुर वाराणसी समेत अन्य जिलों में महुआ की तस्करी जारी हैं। हाल के दिनों में सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस ने चुटिया थाना क्षेत्र के जंगलों में छापेमारी कर आधा दर्जन शराब बनाने वाली भट्ठियों को ध्वस्त भी किया है। जिससे प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र में महुआ शराब का निर्माण एवं महुआ बिक्री का कारोबार अभी भी फल फूल रहा है।
यदुनाथपुर थाना क्षेत्र के नवाडीह कला गांव के समीप सोन नदी तट पर छापेमारी कर पुलिस ने 26 क्विटल अवैध महुआ बरामद किया है। उक्त महुआ सोन के रास्ते तस्कर झारखंड में भेजने की फिराक में थे। इस मामले में पुलिस रविवार की शाम नवाडीह के ही तीन धंधेबाजों पर प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है।
चुटिया थानाध्यक्ष श्रीराम चौबे ने बताया कि गुप्त सूचना पर सोन नदी के रास्ते झारखंड राज्य के गढ़वा जिला में बेचने ले जाने के क्रम में यदुनाथपुर एवं चुटिया थाने की पुलिस ने छापेमारी कर 26 क्विटल बरामद किया। पुलिस को देखते ही धंधेबाज महुआ छोड़ भाग खड़े हुए। इस संबंध में नवाडीह गांव के ही लल्लू मेहता ,सीताराम चेरो एवं गोपाल यादव को अभियुक्त बनाया गया है। कैमूर पहाड़ी क्षेत्र से अवैध रूप से महुआ इकट्ठा कर झारखंड बेचने के लिए ले जाने की सूचना किसी ने व्हाट्सएप के माध्यम से वरीय अधिकारी को दी। वरीय अधिकारी के निर्देश के आलोक में दोनों थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर महुआ को जब्त कर लिया। अवैध महुआ कारोबारियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।