आदेश का असर नहीं, सज गई बाइक व ठेला-खोमचा की दुकानें
जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन एक बार फिर अपना रुख शहर में किया। इस दौरान अधिकारियों ने शहर के प्रमुख मार्गों में घूम कोरोना के साथ जाम की स्थिति से रूबरू हुए। सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने रौजा रोड समेत शहर के अन्य प्रमुख मार्गों का भ्रमण कर लॉकडाउन की वस्तुस्थिति से अवगत होने का कार्य किया परंतु उनके द्वारा दिए गए आदेश का असर थोड़ा भी नहीं दिखा।
रोहतास। जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन एक बार फिर अपना रुख शहर में किया। इस दौरान अधिकारियों ने शहर के प्रमुख मार्गों में घूम कोरोना के साथ जाम की स्थिति से रूबरू हुए। सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने रौजा रोड समेत शहर के अन्य प्रमुख मार्गों का भ्रमण कर लॉकडाउन की वस्तुस्थिति से अवगत होने का कार्य किया, परंतु उनके द्वारा दिए गए आदेश का असर थोड़ा भी नहीं दिखा।
रौजा रोड में लगी जाम में फंसे एसडीएम ने सड़क के किनारे खड़ी बाइकों व लगने वाली ठेला-खोमचा की दुकानों को हटाने का आदेश दिया। उनके रहने तक सड़क पूरी तरह खाली हो गई, लेकिन उन्हें जाते ही फिर रौजा रोड की स्थिति जस की तस हो गई। जबकि एसडीएम द्वारा पान-गुटखा, तंबाकू, चाय-नास्ता की दुकान को बंद करने के अलावा सब्जी व अन्य फल, खैनी, जूता-चप्पल आदि के ठेला को हटाने का आदेश दिया था। उनके हटते ही रौजा रोड में दर्जनों ठेला पर दुकानें लगने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। सबसे खराब स्थिति सदर अस्पताल गेट से लेकर जीटी रोड तक की हो गई है, जहां अतिक्रमण हटाने के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति की जा रही है। हालांकि एसडीएम ने जाम को देखते हुए नर्सिंग होम संचालकों व दवा दुकानदारों को भी निर्देश दिया कि वे अपने सामने सड़क पर किसी की बाइक या ठेला खड़ा नहीं होने दें, अगर कोई ऐसा करता है तो इसकी सूचना तत्काल थाना को दें, लेकिन उसका भी असर यहां नहीं दिखा। एसडीएम ने कहा कि कोरोना महामारी व जाम को देखते हुए शहर में लॉकडाउन के निमयों को ताक पर रख दुकान खोलने वालों को आगाह किया गया। इसके बावजूद पान-गुटखा, तंबाकू व अन्य प्रतिबंधित दुकान खुली मिलती है तो वैसे दुकानदार पर कार्रवाई की जाएगी।