झारखंडी मंदिर परिसर में विवाह की धूम, उड़ रही गाइडलाइन की धज्जियां
एक तरफ जहां कोरोना का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है वहीं झारखंडी मंदिर परिसर में आयोजित वैवाहिक समारोहों में कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। खरमास समाप्त होने के साथ ही लग्न शुरू हो गए हैं और शादी-ब्याह का कार्यक्रम शुरू हो गया है। झारखंडी मंदिर परिसर में स्थापित सभी देवी-देवताओं के पट कोरोना के चलते बंद कर दिए गए हैं।
संवाद सहयोगी, डेहरी आनसोन : रोहतास। एक तरफ जहां कोरोना का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है, वहीं झारखंडी मंदिर परिसर में आयोजित वैवाहिक समारोहों में कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। खरमास समाप्त होने के साथ ही लग्न शुरू हो गए हैं और शादी-ब्याह का कार्यक्रम शुरू हो गया है। झारखंडी मंदिर परिसर में स्थापित सभी देवी-देवताओं के पट कोरोना के चलते बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालुओं को भी पूजा पाठ करने के लिए मंदिर में आने से मना किया गया है। मंदिर में सिर्फ पुजारी ही पूजा कर रहे हैं और भगवान का भोग लगा रहे हैं। इस बीच मंदिर परिसर में वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो गया है। गाइड लाइन के अनुसार शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम सुरक्षित स्थल से करना है तथा उसमें 50 से अधिक लोगों की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए। इसके बावजूद शादियों में निर्धारित संख्या से काफी अधिक लोग शामिल हो रहे हैं। वे न तो मास्क का प्रयोग कर रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी बना कर रह रहे हैं। वहां स्थित एक परिसर को किराया पर चलाए जा रहा है। इस भवन को न तो सेनिटाइज कराया गया है और न हीं संक्रमण से बचाव के उपाय किए गए हैं। लोगों ने बताया कि कमरा उन्हें किराया पर उपलब्ध कराया जा रहा है।बीडीओ पुरुषोत्तम त्रिवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। मंदिर परिसर में शादी विवाह जैसे कार्यक्रम व भीड़ इकट्ठा करने पर रोक लगाई गई है। ऐसा करने वाले संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।