निर्देश बेअसर : वोट डालने के लिए घर पर इंतजार करते रह गए वरिष्ठ नागरिक
वरिष्ठ नागरिकों को बैलेट पेपर के माध्यम से घर पर वोट डालने का चुनाव आयोग का निर्देश मतदान के दिन बेअसर दिखा।
रोहतास। वरिष्ठ नागरिकों को बैलेट पेपर के माध्यम से घर पर वोट डालने का चुनाव आयोग का निर्देश मतदान के दिन बेअसर दिखा। मतदान केंद्रों पर 80 वर्ष से लेकर उम्र का शतक पार कर चुके बुजुर्ग भी वोट डालने पहुंचे। कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग का स्पष्ट निर्देश था की 80 साल से अधिक उम्र के मतदाता घर पर रह कर ही वोट डालेंगे। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने पंचायत स्तर पर ऐसे मतदाताओं का पहचान कर फॉर्म भी भरवाया था ,लेकिन मतदान के दिन मतदाता घर पर अधिकारीयों का इंतजार करते रहे पर वोट दिलाने कोई नहीं पहुंचा। काफी इंतजार के बाद ऐसे मतदाता अपने स्वजनों के संग कोई खाट पर बैठकर तो कोई बैसाखी के सहारे मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचा।
काराकाट विधानसभा क्षेत्र के उदयपुर मतदान केंद्र 257 पर लगभग 95 वर्षीय पचरतनी कुंवर लाठी के सहारे पहुंचीं और अपने मत का प्रयोग किया। करगहर विधानसभा के उच्च विद्यालय करगहर के मतदान केंद्र संख्या 258 पर वोट डालने पहुंची करगहर निवासी 102 वर्षीय महिला लालमुनि देवी ने बीमार रहने के बावजूद लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया। घर पर इंतजार करते करते जब पोस्टल बैलेट लेकर कोई नहीं पहुंचा तो बेटे के संग मतदान केंद्र पहुंच गई। इसी मतदान केंद्र पर 90 वर्षीया शुकीया भी अपनी नतनी के साथ वोट डालने पहुंची थी। करगहर प्रखंड के सिरिसियां बूथ पर पहुंचे अस्सी वर्षीय सुदर्शन सिंह कहते हैं कि बीमारी की वजह से ज्यादा घर से बाहर आ जा नहीं सकते पर जीते जी वोट नहीं डालने का भी अपराध नहीं कर सकते। प्रशासन ने कहा था कि 80 वर्ष से ऊपर के जो भी वोटर होंगे उनके घर अधिकारी जाकर वोट डलवाएंगे। इसके लिए फार्म भी भरवाया गया, लेकिन घर पर वोट डलवाने कोई नहीं आया। वहीं करगहर प्रखंड के सुसीना बूथ संख्या 209 पर भी एक वृद्ध महिला अपने स्वजनों के साथ खाट पर बैठ वोट डालने मतदान केंद्र पहुंची थीं।